20-12-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “you are now to leave this world and everything within it and go to your home the land of peace and then to the land of happiness.”
One second of the confluence age is even greater than a year of the other ages. If you waste even one second at this time, that is not just a second wasted, but a lot of time is wasted. Constantly remember the importance of this and you will continue...
20-12-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “हम अभी यह दुनिया यह सब कुछ छोड़ अपने घर शान्तिधाम जायेंगे फिर सुखधाम में आयेंगे”
संगमयुग का एक सेकण्ड और युगों के एक वर्ष से भी ज्यादा है, इस समय एक सेकण्ड भी गंवाया तो सेकण्ड नहीं लेकिन बहुत कुछ गंवाया। इतना महत्व सदा याद रहे तो हर सेकण्ड परमात्म दुआयें प्राप्त करते रहेंगे और जिसकी झोली परमात्म दुआओं से सदा भरपूर है उसके...
19-12-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “Shiv Baba is present in front of you at this time.”
you children think of God with every thought and so you are carefree. Karavanhar is making you do everything and you are instruments who carry it out. You have everyone’s finger of co-operation and this is why every task is easy and successful. Everything is moving well and has...
19-12-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “शिवबाबा इस समय तुम्हारे सामने हाज़िर-नाज़िर है”
आप बच्चों के हर संकल्प में परमात्म चिंतन है इसलिए बेफिक्र हो। करावनहार करा रहा है आप निमित्त बन करने वाले हो, सर्व के सहयोग की अंगुली है इसलिए हर कार्य सहज और सफल हो रहा है, सब ठीक चल रहा है और चलना ही है। कराने वाला करा...
18-12-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “The breath of Brahmin life is constant zeal and enthusiasm.”
The children who have the treasures of knowledge, virtues and powers remain constantly full, that is, they remain content. There is no name or trace of any lack of attainment for them. They are ignorant of limited desires. They are bestowers. Such children who are constantly full and content...
18-12-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “ब्राह्मण जीवन का श्वांस – सदा उमंग और उत्साह”
जिन बच्चों के पास ज्ञान, गुण और शक्तियों का खजाना है वे सदा सम्पन्न अर्थात् सन्तुष्ट रहते हैं, उनके पास अप्राप्ति का नाम-निशान नहीं रहता। हद के इच्छाओं की अविद्या हो जाती है। वह दाता होते हैं। ऐसे सदा सम्पन्न और सन्तुष्ट बच्चों को ही सम्पत्तिवान कहा जाता है।...
17-12-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “Stay in remembrance of the Father and your time will then be used in a worthwhile way.”
In order to experience a life full of unbroken peace and happiness, become a master of yourself. For a self-sovereign, storms become gifts to make you experienced in the flying stage. Such souls do not experience happiness on the basis of facilities, salvation or praise, but they experience unbroken...
17-12-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “बाप की याद में रहो तो टाइम आबाद हो जायेगा”
अखण्ड सुख-शान्तिमय, सम्पन्न जीवन का अनुभव करने के लिए स्वराज्य अधिकारी बनो। स्वराज्य अधिकारी के लिए तूफान अनुभवी बनाने वाले उड़ती कला का तोह़फा बन जाते हैं। उन्हें साधन, सैलवेशन वा प्रशंसा के आधार पर सुख की अनुभूति नहीं होती लेकिन परमात्म प्राप्ति के आधार पर अखण्ड सुख-शान्ति का...
16-12-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “remember the Father and the cycle. There is no need to say anything through your lips.”
The special gift of Brahmin life is a divine intellect. With this divine intellect, you can clearly know the Father, yourself and the three aspects of time. By having remembrance you can imbibe all the powers in your divine intellect. A divine intellect enables you to experience the trikaldarshi...
16-12-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “बाप को और चक्र को याद करो – मुख से कुछ भी बोलने की दरकार नहीं”
ब्राह्मण जन्म की विशेष सौगात दिव्य बुद्धि है। इस दिव्य बुद्धि द्वारा बाप को, अपने आपको और तीनों कालों को स्पष्ट जान सकते हो। दिव्य बुद्धि से ही याद द्वारा सर्व शक्तियों को धारण कर सकते हो। दिव्य बुद्धि त्रिकालदर्शी स्थिति का अनुभव कराती है, उनके सामने तीनों ही...