2-10-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

स्प्रीचुअल नॉलेज सिर्फ एक बाप ही देते हैं। अब बाप कहते हैं - आत्म-अभिमानी बनो। मुझ अपने परमपिता को याद करो। याद से तमोप्रधान से सतोप्रधान बन जायेंगे। - ॐ शांति -...

1-10-2021- ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli

No one in the world knows what liberation-in-life is. No one even knows when the kingdom of Lakshmi and Narayan existed. You know that you are now claiming the deity sovereignty of purity from the Father. - OM SHANTI -...

1-10-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

दुनिया में किसको पता नहीं कि जीवन-मुक्ति किसको कहा जाता है। लक्ष्मी-नारायण का राज्य कब था - यह भी किसको पता नहीं है। अब तुम जानते हो हम बाप से पवित्रता का दैवी स्वराज्य ले रहे हैं। - ॐ शान्ति -...

SATVIK MEALS RECIPE’S – Video & Blog , सात्विक भोजन विधि – विडियो व ब्लॉग।

The Satvic lifestyle captures ancient Vedic knowledge into 'easily adaptable habits' for today's modern lifestyle. सात्विक जीवन मे है वैदिक ज्ञान जिसे आजकल की आधुनिक दैनिक जीवनशैली में सहजता से धारण कर सेहत में अनमोल सुधार पाये जा सकते है।...

30-09-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

तो बाप आये हैं पुरानी दुनिया को नया बनाने। नई दुनिया सतयुग थी, यह पुरानी दुनिया कलियुग है। इनको अब बदलना है। जैसे पुराना घर खत्म हो नया घर बनता है। सतयुग के बाद त्रेता, द्वापर, कलियुग फिर सतयुग आना जरूर है। वर्ल्ड की हिस्ट्री-जॉग्राफी रिपीट होनी है।...

29-09-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

बाप कहते हैं तुम ही राज्य लेते हो और कोई ले न सके, सिवाए तुम भारतवासियों के, जो अभी अपने को हिन्दू कहलाते हैं। हम भल कुछ भी नाम दें, हम वास्तव में आदि सनातन देवी-देवता धर्म के थे। अब ब्राह्मण, देवता, क्षत्रिय धर्म की स्थापना हो रही है।...

27-09-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

श्रीमत पर हर एक को अपना कल्याण करना है, अपनी जाँच करनी है कि कितना बाप को याद करता हूँ और कितनी बाप की सर्विस करता हूँ। रूहानी खुदाई खिदमतगार तुम हो ना। OM SHANTI...

“राजऋषि सतयुगी होते हैं”

लोग यह जो कहते हैं द्वापर में राजऋषि थे, जिन्होंने बैठ यह वेद शास्त्र रचे क्योंकि वो त्रिकालदर्शी थे ... OM SHANTI...

28-09-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

त्रिमूर्ति के ऊपर है शिवबाबा, वह बैठ ब्रह्मा द्वारा समझाते हैं वही फिर पालना करेंगे। तुम हो ब्रह्माकुमार कुमारियां ऊंच ते ऊंच ब्राह्मण वर्ण ईश्वरीय सन्तान। ईश्वर के रचे हुए यज्ञ की तुम सम्भाल करते हो। राजाई प्राप्त कराने के लिए बाप ने यज्ञ रचा है - राजस्व अश्वमेध...

26-09-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

‘सदा हर आत्मा को सुख देने वाले सुखदाता बाप के बच्चे हो? जो सबको सुख देता है, उसे सबकी आशीर्वाद मिलती है इसलिए स्वयं को भी सदा सुख में अनुभव करते हैं। इस विशेषता से वर्तमान भी अच्छा और भविष्य भी अच्छा बन जायेगा। OM SHANTI...