“मनुष्य जीवन की एम आबजेक्ट क्या है? उसे प्राप्त करने का यथार्थ तरीका”
इस घोर कलियुग में तो दु:ख अशान्ति के सिवाए और कुछ है ही नहीं। हरेक मनुष्य को यह सोचना जरूर है, अपना अच्छा जीवन बनाने के लिये क्या उचित है? ... - ॐ शान्ति -...
“What is the aim and objective of human beings? The correct method with which to achieve that.”
In this dark, iron age, there is nothing but sorrow and peacelessness. Every human being definitely has to think about what is appropriate to make his or her life good... - OM SHANTI - ...
“राजऋषि सतयुगी होते हैं”
लोग यह जो कहते हैं द्वापर में राजऋषि थे, जिन्होंने बैठ यह वेद शास्त्र रचे क्योंकि वो त्रिकालदर्शी थे ... OM SHANTI...
“ज्ञान और योग का कॉन्ट्रास्ट”
गुरु लोग जो भी योग सिखलाते हैं, वह भी परमात्मा की तरफ ही लगाते हैं, परन्तु उन्हों को परमात्मा का पूरा परिचय नहीं है इसलिए योग की पूरी सिद्धि नहीं मिलती ... OM SHANTI...
“दादी प्रकाशमणि जी के 14 वें पुण्य स्मृति दिवस पर दादी जी द्वारा मिली हुई अनमोल सौगात”
ईश्वरीय नियम और मर्यादायें हमारे जीवन का सच्चा श्रंगार हैं, सदा सन्तुष्ट रहो और दूसरों को भी सन्तुष्ट करो। हर एक छोटे बड़े को रिसपेक्ट जरूर दो।... OM SHANTI...