Tag: Madhuban Murli

17-4-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.Revised:25/03/90.

The children who follow the Father become equal because the Father’s steps are their steps. BapDada calls the children who give the proof in every action worthy. Worthy means those who constantly experience the Father’s hand of shrimat and His company. – Om Shanti....

16-4-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.

जो बच्चे मास्टर सर्वशक्तिमान् की अथॉरिटी से शक्तियों को आर्डर प्रमाण चलाते हैं, तो हर शक्ति रचना के रूप में मास्टर रचयिता के सामने आती है। ऑर्डर किया और हाजिर हो जाती है। ऐसे आर्डर प्रमाण शक्तियों को कार्य में लगाने वालों को ही मास्टर रचयिता कहेंगे। - ओम्...

16-4-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.

The children whose powers work according to their orders have the authority of being master almighty authorities. Every power in the form of a creation comes in front of a master creator: as soon as you order it, it comes in front of you.Those whose powers work according to...

15-4-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.

The attainment of this balance is blessings. It is not possible that those who keep this balance do not receive blessings. Constantly continue to move forward with blessings from the Mother, the Father and the family. These blessings are your sustenance. Simply continue to give and take blessings from...

15-4-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.

बैलेन्स की प्राप्ति ही है ब्लैसिंग। बैलेन्स वाले को ब्लैसिंग नहीं मिले - यह हो नहीं सकता। मात-पिता और परिवार की दुआओं से सदा आगे बढ़ते चलो। यह दुआयें ही पालना हैं। सिर्फ दुआयें लेते चलो और सबको दुआयें देते चलो तो सहज सफलतामूर्त बन जायेंगे।- ओम् शान्ति।...

14-4-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.

“A master and a child”. Stabilise in the stage of a master and in the stage of a child when you want. This double intoxication will make you constantly free from obstacles. The title of such souls is “Destroyer of obstacles”. – Om Shanti....

14-4-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.

“मालिक सो बालक हैं'' - जब चाहो मालिकपन की स्थिति में स्थित हो जाओ और जब चाहो बालकपन की स्थिति में स्थित हो जाओ, यह डबल नशा सदा निर्विघ्न बनाने वाला है। ऐसी आत्माओं का टाइटल है विघ्न-विनाशक। - ओम् शान्ति।...

13-4-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.

There are many to listen to you, but you just have to make your stage spiritual and attractive. A magnet can pull something to itself. So, can you not pull souls with your spiritual power? So, become magnets who have the spiritual attraction from which souls will automatically be...

13-4-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.

सुनने वाले बहुत हैं सिर्फ आप अपनी स्थिति रूहानी आकर्षणमय बनाओ। जब चुम्बक अपनी तरफ खींच सकता है तो क्या आपकी रूहानी शक्ति आत्माओं को नहीं खींच सकती! तो रूहानी आकर्षण करने वाले चुम्बक बनो जिससे आत्मायें स्वत: आकर्षित होकर आपके सामने आ जायें, यही आप रूहानी सेवाधारी बच्चों...

12-4-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.

सदा सेफ रहने का स्थान-दिलाराम बाप का दिलतख्त है। सदा इसी स्मृति में रहो कि हमारा ही यह श्रेष्ठ भाग्य है जो भगवान के दिलतख्त-नशीन बन गये। जो परमात्म दिल में समाया हुआ अथवा दिलतख्तनशीन है वह सदा सेफ है। - ॐ शान्ति। ...