16-11-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “कोई भी देहधारी को याद करने से मुक्ति-जीवनमुक्ति नहीं मिल सकती”
बापदादा बच्चों को अपने स्नेह और सहयोग की गोदी में बिठाकर मंजिल पर ले जा रहे हैं। आप बच्चे सिर्फ परमात्म स्नेही बन गोद में समाये रहो तो मेहनत, मोहब्बत में बदल जायेगी। लवलीन हो हर कार्य करो। बापदादा हर समय सर्व संबंधों से आपके साथ हैं।- ओम् शान्ति।...
16-11-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “you cannot receive liberation or liberation-in-life by remembering bodily beings”
BapDada seats His children in His lap of love and co-operation and takes them to their destination. You children have to be loving to God and remain merged in His lap and hard work will then be transformed into love. Do all your tasks while merged in love. BapDada...
15-11-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “you must definitely make effort to stay in remembrance because it is only by having remembrance that you souls will become pure.”
At the confluence age, you receive many types of self-respect from the Father. Keep a new aspect of self-respect in your awareness every day and body consciousness will be chased away in front of self-respect just as darkness is dispelled in front of light. This does not take...
15-11-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “याद में रहने का पुरुषार्थ जरूर करना है क्योंकि याद से ही आत्मा पावन बनेंगी”
संगमयुग पर बाप द्वारा अनेक स्वमान प्राप्त हैं। रोज़ एक नया स्वमान स्मृति में रखो तो स्वमान के आगे देहभान ऐसे भाग जायेगा जैसे रोशनी के आगे अंधकार भाग जाता है। न समय लगता, न मेहनत लगती। आपके पास डायरेक्ट परमात्म लाइट का कनेक्शन है, जो ऐसे स्वमान में...
14-11-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “अहंकार में नहीं आना है शुद्ध घमण्ड में रहना है”
शान्ति की शक्ति सर्वश्रेष्ठ शक्ति है। और सभी शक्तियां इसी एक शक्ति से निकली हैं। साइन्स की शक्ति भी इसी शान्ति की शक्ति से निकली है। शान्ति की शक्ति द्वारा असम्भव को भी सम्भव कर सकते हो। जिसे दुनिया वाले असम्भव कहते वह आप योगी तू आत्मा बच्चों के...
14-11-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “Don’t become arrogant but maintain your pure pride.”
The power of silence is the most elevated power; all the other powers have emerged from this one power. Even the power of science has emerged from this power of silence. With the power of silence, you can make the impossible possible. from your experience you say “We have...
13-11-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli. Revised:10-12-1992: “Remain aware of being ancestors and worthy of worship and give alokik sustenance to everyone.”
The confluence age is the age of remembrance and the iron age is the age of forgetfulness. If you remain constantly aware of your elevated part and your elevated fortune, you are as valuable as a diamond, whereas if you forget this, you are a stone. Those who live...
13-11-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली. रिवाइज: 10-12-1992: “पूर्वज और पूज्य की स्मृति में रहकर सर्व की अलौकिक पालना करो”
ह संगमयुग स्मृति का युग है और कलियुग विस्मृति का युग है। अगर अपने श्रेष्ठ पार्ट, श्रेष्ठ भाग्य की सदा स्मृति है तो हीरे समान वैल्युबुल हो और अगर विस्मृति है तो पत्थर हो। संगमयुग के रहवासी कभी कलियुग में चक्कर लगाने जा नहीं सकते। अगर थोड़ा भी बुद्धि...
12-11-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “To cause sorrow for one another is the work of ghosts. You mustn’t cause anyone sorrow.”
To be a child means to claim a right. When something is “mine” it means that I have received a right. So, it is a wonder of myself, an elevated soul. Stay in the happiness of this unlimited right. This eternal right is guaranteed, and where something is guaranteed,...
12-11-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “एक दो को दु : ख देना घोस्ट का काम है तुम्हें किसी को भी दु : ख नहीं देना है।”
बच्चा बनना अर्थात् अधिकार लेना। मेरा माना और अधिकार मिला। तो वाह मैं श्रेष्ठ अधिकारी आत्मा! इसी बेहद के अधिकार की खुशी में रहो। यह अविनाशी अधिकार निश्चित ही है और जहाँ निश्चित होता है वहाँ निश्चिन्त रहते हैं। - ओम् शान्ति।...