30-10-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli. Revised:21-11-1992: “Be knowledgeable about the deep philosophy of karma.”
A master sun of knowledge is one who removes darkness from the world and brings light. Such a soul is an embodiment of light, a form of light and might and also gives light and might to others. Where there is constant light, there is no question of darkness;...
29-10-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “Remember the Father who makes your life like a diamond with great happiness.”
Just as you pay special attention in Brahmin life to conquer lust, the greatest enemy, in the same way, also bid farewell to its companions. However, you can only be said to be completely pure when no trace of any vice remains in you. Make such a firm vow...
29-10-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “हीरे जैसा जीवन बनाने वाले बाप को बहुत खुशी-खुशी से याद करो”
ब्राह्मण जीवन में जैसे काम महाशत्रु को जीतने के लिए विशेष अटेन्शन रखते हो, ऐसे उसके सभी साथियों को भी विदाई दो। कई बच्चे क्रोध महाभूत को तो भगाते हैं लेकिन क्रोध के बाल-बच्चों से थोड़ी प्रीत रखते हैं। लेकिन सम्पूर्ण पवित्र तब कहेंगे जब कोई भी विकार का...
28-10-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “The Father – The Innocent Lord is the only One who fills your aprons with jewels of knowledge.”
Any festival is celebrated to bring zeal and enthusiasm. The lives of you Brahmin children are lives full of enthusiasm. Just as there is life in this body when there is breath, in the same way, the breath of Brahmin life is zeal and enthusiasm. This is why every...
28-10-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “भोलानाथ बाप एक है जो तुम्हारी झोली ज्ञान रत्नों से भरते हैं”
कोई भी उत्सव, उमंग उत्साह के लिए मनाते हैं। आप ब्राह्मण बच्चों की जीवन ही उत्साह भरी जीवन है। जैसे इस शरीर में श्वांस है तो जीवन है ऐसे ब्राह्मण जीवन का श्वांस ही उमंग-उत्साह है। इसलिए संगमयुग की हर घड़ी उत्सव है।तो चेक करो कि ब्राह्मण जीवन के...
27-10-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “To be a sannyasi means to become a completely pure and firm yogi.”
The special slogan of this alokik Brahmin life is “Greater glorification through less expense”. Spend less, but have very beautiful attainment, that is, let the result be the best of all. You would say that your life is full of spirituality when you spend less through your words and...
27-10-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “संन्यासी माना पूरे पवित्र और पक्के योगी”
इस अलौकिक ब्राह्मण जीवन का विशेष स्लोगन है “कम खर्च बालानशीन''। खर्चा कम हो लेकिन प्राप्ति शानदार हो अर्थात् रिजल्ट अच्छे से अच्छी हो। अलौकिकता सम्पन्न जीवन तब कहेंगे जब बोल में, कर्म में खर्च कम हो। कम समय में काम ज्यादा हो, कम बोल में स्पष्टीकरण ज्यादा हो,...
26-10-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “Your Godly clan is the most elevated of all.”
If you want to experience happiness in Brahmin life, it is essential for you to conquer anger. Even if someone swears at you or insults you, you must not get angry. To show bossiness is also a trace of anger. In today’s world, things get spoilt because of anger,...
26-10-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “हमारा ईश्वरीय कुल सबसे ऊंचा है”
ब्राह्मण जीवन में यदि सुख का अनुभव करना है तो क्रोधजीत बनना अति आवश्यक है। भल कोई गाली भी दे, इनसल्ट करे लेकिन आपको क्रोध न आये। रोब दिखाना भी क्रोध का ही अंश है। आजकल के समय प्रमाण क्रोध से काम बिगड़ता है और आत्मिक प्यार से, शान्ति...
25-10-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “तुम कर्मयोगी हो कर्म करते हुए बाप की याद में रहो”
बाप ने सभी बच्चों को एक जैसा खजाना देकर बालक सो मालिक बना दिया है। खजाना सबको एक जैसा मिला है लेकिन यदि कोई भरपूर नहीं है तो उसका कारण है कि खजाने को सम्भालना वा बढ़ाना नहीं आता है। अटेन्शन और चेकिंग - यह दोनों पहरे वाले ठीक...