“कर्मबन्धन से रहित जीवनमुक्त”
“कर्मबन्धन से रहित जीवनमुक्त” - आगे का संसार सतयुग था जिसको फूलों की दुनिया कहते हैं। अब वो है कर्मबन्धन से रहित जीवनमुक्त देवी देवताओं का राज्य। - ओम् शान्ति।...
27-7-2022- ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली : “अब ईश्वरीय गुण धारण कर स्वराज्य लेना है”
सर्व की दुआये लेनी हैं तो शिक्षक बनने के साथ-साथ मास्टर मर्सीफुल बनो। रहमदिल बन क्षमा करो तो यह क्षमा करना ही शिक्षा देना हो जायेगा। अभी से दुआयें देने के संस्कार पक्के करो तो आपके जड़ चित्रों से भी दुआयें लेते रहेंगे, इसके लिए हर कदम श्रीमत प्रमाण...
“बदनसीबी और खुशनसीबी अब इन दोनों शब्दों का मदार किस पर चलता है?”
वह कभी किसको दु:ख नहीं दे सकते। वह हमारे सारे कर्मों का खाता चुक्तू कराते हैं तब ही हम कहते हैं तुम मात पिता हम बालक तेरे...। - ओम् शान्ति।...
“परमात्मा सुख दाता है न कि दु:ख दाता”
परमात्मा कहते हैं "बच्चे, बिगड़ी हुई तकदीर मैं बनाता हूँ, तो मैं तकदीर को बनाने वाला हूँ। बाकी जो मनुष्य अपने आप विस्मृत करते हैं, वो अपनी तकदीर आपेही बिगाड़ते हैं।" - ओम् शान्ति।...
18 जनवरी, अव्यक्त-दिवस पिता श्री स्मृति दिवस. 18th January, Avyakt Pita Shri Remembrance Day. [ PICTURES ]
18 जनवरी,अव्यक्त बापदादा -
अव्यक्त पिता श्री स्मृति दिवस.
...
“ब्रह्माकुमारी परमात्मज्ञान प्रर्दर्शनी” [शांतिवन], “BRHAMAKUMARI GODLY KNOWLEDGE DIGITAL EXHIBITION” [SHANTIVAN].
ONLINE DIGITAL SHANTIVAN EXHIBITION- GODLY VISUALS, ऑनलाइन शांतिवन प्रदर्शनी - दिव्य दर्शन। ...