Tag: दैनिक मुरली

10-12-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

जो वायदा है कि साथ रहेंगे, साथ चलेंगे और साथ में राज्य करेंगे - इस वायदे को तभी निभा सकेंगे जब साथी के समान बनेंगे। समानता आयेगी समर्पणता से। जब तक किसी का भी अधिकार है तो सर्व समर्पण में कमी है इसलिए समान नहीं बन सकते। तो साथ...

9-12-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

सम्पूर्ण कर्मातीत बनने में व्यर्थ संकल्पों के तूफान ही विघ्न डालते हैं। इस व्यर्थ संकल्पों की कम्पलेन को समाप्त करने के लिए अपने मन को हर समय बिज़ी रखो। इससे समय सफल हो जायेगा और व्यर्थ की कम्पलेन खत्म हो जायेगी। - ॐ शान्ति। ...

8-12-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

अपना तथा दूसरों का जीवन हीरे जैसा बनाने की सेवा करते रहना है। टाइम, मनी, एनर्जी बरबाद नहीं करना है।दूसरों का कल्याण करने के साथ-साथ अपना भी कल्याण करना है। बुद्धि रूपी झोली में ज्ञान रत्न धारण कर दान भी करना है। - ॐ शान्ति। ...

7-12-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

“मुख्य है ही पवित्रता। अगर पवित्र नहीं बनेंगे तो नॉलेज बुद्धि में ठहर नहीं सकती। योग सीखते-सीखते अगर पतित बन गये तो सब कुछ मिट्टी में मिल जायेगा। जो जितना पढ़ेंगे, पवित्र बनेंगे उतना धनवान बनेंगे। - 🕉 शान्ति।...

6-12-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

स्वयं को सदा विजयी रत्न समझकर हर संकल्प और कर्म करो तो कभी भी हार हो नहीं सकती। मास्टर सर्वशक्तिमान् कभी हार नहीं खा सकते।अपने सम्पूर्ण स्वरूप को धारण करने की प्रतिज्ञा करो तो विजयी बन जायेंगे। - ॐ शान्ति। ...

4-12-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

जैसे शरीर निर्वाह के लिए अनेक साधन अपनाते हो ऐसे आत्मिक उन्नति के भी साधन अपनाओ, इसके लिए सदा अकालमूर्त स्थिति में स्थित होने का अभ्यास करो। जो स्वयं को अकालमूर्त (आत्मा) समझकर चलते हैं वह अकाले मृत्यु से, अकाल से, सर्व समस्याओं से बच जाते हैं। - ॐ...

3-12-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

अच्छी सर्विस करने के साथ-साथ दिल व जान से बाप को याद करना है। सवेरे उठते ही प्यार से कहना है -“बाबा गुडमार्निंग''। कर्म करते भी याद का अभ्यास करना है।किसी देहधारी के नाम-रूप में नहीं अटकना है। ज्ञान के चिंतन में रहना है। व्यर्थ बातें नहीं करनी है।...

2-12-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

बाप जो राय देते हैं उसे शिवबाबा की श्रीमत समझ चलना है। ज्ञान अमृत पीना और पिलाना है। सबको रिगार्ड देते हुए सर्विस पर तत्पर रहना है। देह-अभिमान छोड़ देही-अभिमानी रहने की प्रैक्टिस करनी है। - ॐ शान्ति। ...

1-12-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

बहुत-बहुत निडर बन कांटों को फूल बनाने की सेवा करनी है। सबमें अविनाशी बीज बोते रहना है।क्रोध का बहुत बड़ा कांटा है, उसे छोड़ बहुत-बहुत प्यारा बनना है। प्यार से सर्विस करनी है। सर्विसएबुल का रिगार्ड रखना है। - ॐ शान्ति।...