28-09-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
त्रिमूर्ति के ऊपर है शिवबाबा, वह बैठ ब्रह्मा द्वारा समझाते हैं वही फिर पालना करेंगे। तुम हो ब्रह्माकुमार कुमारियां ऊंच ते ऊंच ब्राह्मण वर्ण ईश्वरीय सन्तान। ईश्वर के रचे हुए यज्ञ की तुम सम्भाल करते हो। राजाई प्राप्त कराने के लिए बाप ने यज्ञ रचा है - राजस्व अश्वमेध...
25-09-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
श्रेष्ठाचारी दुनिया तो सब चाहते हैं परन्तु वह कौन बनायेगा? भगवानुवाच - मैं इन साधुओं, सन्तों का भी उद्धार करता हूँ। गीता में भी लिखा हुआ है कि भगवान को ही सबका उद्धार करना है। एक ही भगवान बाप आकर सबका उद्धार करते हैं। OM SHANTI...
20-09-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
बाबा हमको विश्व का मालिक बनाते हैं, जो मालिकपना कोई लूट न सके।ऐसा अटल, अखण्ड, पवित्रता, सुख-शान्ति का राज्य तुम अभी पा रहे हो। कल्प पहले मुआफिक हर 5 हजार वर्ष बाद भारत स्वर्ग बनता है। फिर हम सो देवता बनेंगे। OM SHANTI...
12-08-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
12-08-2021 प्रात: मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – सुख देने वाले बाप को बहुत-बहुत प्यार से याद करो, याद बिगर प्यार नहीं हो सकता” प्रश्नः- बाप बच्चों को रोज़-रोज़ याद का अभ्यास करने का इशारा क्यों देते हैं? उत्तर:- क्योंकि याद से ही आत्मा पावन बनेगी। याद से...