“God is the Bestower of Happiness, not the Bestower of Sorrow.”
God now says: Children, I come and put right your fortune that has been spoilt. So, I am the One who creates your fortune. Those people forget themselves and Baba and spoil their own fortune.– Om Shanti....
“परमात्मा सुख दाता है न कि दु:ख दाता”
परमात्मा कहते हैं "बच्चे, बिगड़ी हुई तकदीर मैं बनाता हूँ, तो मैं तकदीर को बनाने वाला हूँ। बाकी जो मनुष्य अपने आप विस्मृत करते हैं, वो अपनी तकदीर आपेही बिगाड़ते हैं।" - ओम् शान्ति।...
“भगवान के आने का अनादि रचा हुआ प्रोग्राम”
परमात्मा कहते हैं मैं एक हूँ और एक ही बार कलियुग का विनाश कर सतयुग की स्थापना करता हूँ तो मेरे आने का समय संगमयुग है।- ओम् शान्ति।...
“The eternally created programe of God’s coming.”
God says: I am One and I only come once, My time of coming is the confluence age. – Om Shanti....
“The incorporeal world means the residence of souls.”
When we speak of the incorporeal world, it does not mean that it does not have a shape, for there definitely is a world. It doesn’t have a shape like the physical world. The land (dham) of souls and the Supreme Soul is the incorporeal world. So, when we...
“निराकारी दुनिया अर्थात् आत्माओं के रहने का स्थान”
जब हम निराकारी दुनिया कहते हैं तो निराकार का अर्थ यह नहीं कि उनका कोई आकार नहीं है, परन्तु कोई दुनिया जरूर है, तो जब हम दुनिया अक्षर कहते हैं, तो इससे सिद्ध है वो दुनिया है और वहाँ कोई रहता है तभी तो दुनिया नाम पड़ा है। .......
“परमात्मा को त्रिमूर्ति क्यों कहते हैं?”
यह सारी मेरी डिपार्टमेन्ट है, जब मैं खुद आता हूँ तो सारी डिपार्टमेन्ट ब्रह्मा, विष्णु, शंकर साथ में लाता हूँ और उन्हों द्वारा ही दैवी सृष्टि की स्थापना, आसुरी दुनिया का विनाश तथा नई सृष्टि की पालना कराने के लिये आता हूँ।...
“Why is God called Trimurti?”
"God Says, "When I come, I bring all My departments Brahma, Vishnu or Shankar with Me. I come to carry out the establishment of the deity world, the destruction of the devilish world and the sustenance of the new world through them.” - Om Shanti....
“ How is God Karankaravanhar? ”
God, Himself, is the Seed of the whole world tree, and it is in God’s part to sow the seed. To sow the seed means to create creation, to finish the old world and to begin the new world. - Om Shanti....
“ परमात्मा करनकरावनहार कैसे है? ”
परमात्मा भी स्वयं इस सारी सृष्टि का बीजरूप है और परमात्मा का पार्ट है बीज बोना। बीज बोने का मतलब है रचना करना। पुरानी सृष्टि की अन्त करना और नई सृष्टि की आदि करना इसको ही कहते हैं परमात्मा सबकुछ करता है। - ॐ शान्ति। ...