Category: “DAILY MURLI – दैनिक मुरली”

9-12-2021 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli

Storms of waste thoughts become obstacles to your becoming completely karmateet. In order to finish this complaint of waste thoughts, keep your mind busy at every moment. Learn the art of booking your time. By doing this, your time will be used in a worthwhile way and the complaint...

9-12-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

सम्पूर्ण कर्मातीत बनने में व्यर्थ संकल्पों के तूफान ही विघ्न डालते हैं। इस व्यर्थ संकल्पों की कम्पलेन को समाप्त करने के लिए अपने मन को हर समय बिज़ी रखो। इससे समय सफल हो जायेगा और व्यर्थ की कम्पलेन खत्म हो जायेगी। - ॐ शान्ति। ...

8-12-2021 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli

Continue to serve to make your own life and the lives of others like diamonds. Don't waste your time, money or energy. Together with benefiting others, also benefit yourself. Imbibe the jewels of knowledge in the apron of your intellect and also donate them. - Om Shanti. ...

8-12-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

अपना तथा दूसरों का जीवन हीरे जैसा बनाने की सेवा करते रहना है। टाइम, मनी, एनर्जी बरबाद नहीं करना है।दूसरों का कल्याण करने के साथ-साथ अपना भी कल्याण करना है। बुद्धि रूपी झोली में ज्ञान रत्न धारण कर दान भी करना है। - ॐ शान्ति। ...

7-12-2021 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli

The main thing is purity. If you don't become pure, the knowledge will not stay in your intellect. If, while studying yoga, you become impure, everything will be ruined. If someone studies and becomes pure, to that extent he will become wealthy. - Om Shanti....

7-12-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

“मुख्य है ही पवित्रता। अगर पवित्र नहीं बनेंगे तो नॉलेज बुद्धि में ठहर नहीं सकती। योग सीखते-सीखते अगर पतित बन गये तो सब कुछ मिट्टी में मिल जायेगा। जो जितना पढ़ेंगे, पवित्र बनेंगे उतना धनवान बनेंगे। - 🕉 शान्ति।...

6-12-2021 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli

Create every thought and perform every action while considering yourself to be a victorious jewel and you will never be defeated. A master almighty authority can never be defeated. Therefore, instead of being defeated, surrender yourself and make a promise to adopt your perfect form and you will become...

6-12-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

स्वयं को सदा विजयी रत्न समझकर हर संकल्प और कर्म करो तो कभी भी हार हो नहीं सकती। मास्टर सर्वशक्तिमान् कभी हार नहीं खा सकते।अपने सम्पूर्ण स्वरूप को धारण करने की प्रतिज्ञा करो तो विजयी बन जायेंगे। - ॐ शान्ति। ...