Category: “DAILY MURLI – दैनिक मुरली”

3-1-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli

To be double light means to surrender everything to the Father. You promised that body, mind and wealth are all His. Since even body is not yours, what else remains? So, always keep the example of a lotus in your awareness: I am loving and detached like a lotus....

3-1-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

डबल लाइट का अर्थ है सब कुछ बाप हवाले करना। आपका तो वायदा है कि तन-मन-धन सब तेरा। जब तन ही अपना नहीं तो बाकी क्या रहा। तो सदा कमल पुष्प का दृष्टान्त स्मृति में रहे कि मैं कमल पुष्प समान न्यारा और प्यारा हूँ। ऐसे न्यारे रहने वालों...

2-1-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli

A double-light stage is a sign of those who make fast efforts and they will not experience any type of burden. By remaining double light, that is, by staying high, nothing can impress you.you will reach your elevated destination of becoming perfect in a short time. - OM SHANTI...

2-1-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

डबल लाइट स्थिति तीव्रगति के पुरूषार्थ की निशानी है, उसे किसी भी प्रकार का बोझ अनुभव होगा। डबल लाइट अर्थात् ऊंचा रहने से किसी भी प्रकार का प्रभाव, प्रभावित नहीं कर सकता।कम समय में सम्पूर्ण बनने की श्रेष्ठ मंजिल को प्राप्त कर लेंगे।- ॐ शान्ति। ...

1-1-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli

The meaning of easy yoga is to remember the One: one Father and none other. “The body, mind and wealth are all Yours, not mine”. Those who are such trustees and who remain double light are easy yogis. When the Father is your world, remembrance then becomes easy. For...

1-1-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

सहजयोग का अर्थ ही है - एक को याद करना। एक बाप दूसरा न कोई। तन-मन-धन सब तेरा, मेरा नहीं। ऐसे ट्रस्टी बन डबल लाइट रहने वाले ही सहजयोगी हैं। बाप ही संसार है तो याद सहज हो गई। आधाकल्प मेहनत की अभी बाप मेहनत से छुड़ाते हैं। ॐ...

31-12-2021 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli

However, you are blessed as being an embodiment of knowledge and an embodiment of power. Therefore, make your stage unshakeable on the basis of following elevated directions. Observe each one’s part as a detached observer. Remain stable playing your satoguni part. Constantly stay in the Father’s company and you...

31-12-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

श्रेष्ठ मत के आधार पर ज्ञान स्वरूप, शक्ति स्वरूप के वरदानी बन अपनी स्थिति को अचल बनाओ। साक्षी होकर हर एक का पार्ट देखो। अपने सतोगुणी पार्ट में स्थित रहो। सदा बाप के संग में रहो तो तमोगुणी आत्मा के संग के रंग का प्रभाव पड़ नहीं सकता। -...

30-12-2021 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli

When you create the habit of practising the avyakt stage, you will then be able to face all situations with your original stage. This habit will save you from having to go to court.For this, you need to have complete distaste for all your old habits, sanskars, and situations.–...

30-12-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

जब अव्यक्त स्थिति के अभ्यास की आदत बन जायेगी तब स्व स्थिति द्वारा हर परिस्थिति का सामना कर सकेंगे। और यह आदत अदालत में जाने से बचा देगी। इसके लिए पुरानी आदतों से, पुराने संस्कारों से, पुरानी बातों से...पूरा वैराग्य चाहिए।– “ॐ शान्ति”।...