Tag: Spirituality

“Liberation from karmic bondage”

“Liberation from karmic bondage”- the golden age and it was called the world of flowers. That world is free from karmic bondage, it was a kingdom of deities who were liberated in life. – Om Shanti....

“कर्मबन्धन से रहित जीवनमुक्त”

“कर्मबन्धन से रहित जीवनमुक्त” - आगे का संसार सतयुग था जिसको फूलों की दुनिया कहते हैं। अब वो है कर्मबन्धन से रहित जीवनमुक्त देवी देवताओं का राज्य। - ओम् शान्ति।...

31-7-2022 ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली: “यथार्थ चार्ट प्रगति और परिवर्तन”

जिम्मेवार बाप है, मैं निमित्त मात्र हूँ - यह स्मृति हल्का बना देती है इसलिए अपने पुरूषार्थ का बोझ, सेवाओं का बोझ, सम्पर्क-सम्बन्ध निभाने का बोझ...सब छोटे-मोटे बोझ बाप को देकर हल्के हो जाओ।निमित्त समझने से निर्मानता का गुण भी स्वत: आ जाता है।- ओम् शान्ति।...