17-1-2023 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “You have to study with the incorporeal Father and become kings of kings.”
Extroversion means the vibrations of a person’s nature and sanskars, his thoughts, words, relationships and connections. They lead you to wastefulness of one kind or another, to being always busy in one or another type of wasteful thinking, to be distant from internal happiness, peace and power. This sweetness...
17-1-2023 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “तुम्हें निराकार बाप से पढ़कर राजाओं का राजा बनना है”
बाहयमुखता अर्थात् व्यक्ति के भाव-स्वभाव और व्यक्त भाव के वायब्रेशन, संकल्प, बोल और संबंध, सम्पर्क द्वारा एक दो को व्यर्थ की तरफ उकसाने वाले, सदा किसी न किसी प्रकार के व्यर्थ चिन्तन में रहने वाले, आन्तरिक सुख, शान्ति और शक्ति से दूर.....यह बाह्यमुखता के रस भी बाहर से बहुत...
16-1-2023 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “जितना-जितना दूसरों को ज्ञान सुनायेंगे उतना तुम्हारी बुद्धि में ज्ञान रिफाइन होता जायेगा”
नम्बरवन में आने के लिए एकरस और निरन्तर खुशी की अनुभूति करते रहो, किसी भी झमेले में नहीं जाओ। झमेले में जाने से खुशी का झूला ढीला हो जाता है फिर तेज नहीं झूल सकते इसलिए सदा और एकरस खुशी के झूले में झूलते रहो। बापदादा द्वारा सभी बच्चों...
16-1-2023 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “The more you relate this knowledge to others the more refined this knowledge will become in your intellects.”
God Shiva speaks: “Sweet children, The more you relate this knowledge to others the more refined this knowledge will become in your intellects. Therefore, definitely do service.”– Om Shanti....
15-1-2023 – ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli. Revised: 18-11-1993: “The beloved royal children of the confluence age and so the rulers of the future kingdom!”
The service that you powerful souls have to do now is to give everyone blessings, whether you give them through your eyes or through your forehead. You saw how sakar Baba in his karmateet stage, in his final moments, had the speciality of keeping a balance and also the...
15-1-2023 – ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली. रिवाइज: 18-11-1993: “संगमयुग के राजदुलारे सो भविष्यके राज्य अधिकारी”
अभी आप शक्तिशाली आत्माओं की सेवा है सर्व को ब्लैसिंग देना। चाहे नयनों से दो, चाहे मस्तकमणी द्वारा दो। जैसे साकार को लास्ट कर्मातीत स्टेज के समय देखा-कैसे बैलेन्स की विशेषता थी और ब्लैसिंग की कमाल थी। तो फालो फादर करो - यही सहज और शक्तिशाली सेवा है।तो आत्मिक...
14-1-2023 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “The Father has come to make your bodies as immortal as the kalpa tree.”
Constantly remain aware of the Father, the Ocean of Happiness, and you will become an embodiment of happiness. No matter how much influence there is of sorrow and peacelessness in the world, you must stay detached and loving. You are with the Ocean of Happiness and you are therefore...
14-1-2023 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “बाप आये हैं तुम्हारी काया कल्प वृक्ष समान बनाने”
सदा सुख के सागर बाप की स्मृति में रहो तो सुख स्वरूप बन जायेंगे। चाहे दुनिया में कितना भी दु:ख अशान्ति का प्रभाव हो लेकिन आप न्यारे और प्यारे हो, सुख के सागर के साथ हो इसलिए सदा सुखी, सदा सुखों के झूले में झूलने वाले हो। सब रस्सियां...
13-1-2023 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “पुरानी दुनिया के सुखों से बुद्धि हटा देनी है – अपनी मत पर नहीं चलना है”
जैसे बाप का सबसे बड़े से बड़ा टाइटल है वर्ल्ड सर्वेन्ट। वैसे बच्चे भी वर्ल्ड सर्वेन्ट अर्थात् सेवाधारी हैं। सेवाधारी अर्थात् त्यागी और तपस्वी। जहाँ त्याग और तपस्या है वहाँ भाग्य तो उनके आगे दासी के समान आता ही है। सेवाधारी देने वाले होते हैं, लेने वाले नहीं इसलिए...
13-1-2023 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “Remove the happiness of the old world from your intellects. Don’t follow the dictates of your own minds.”
The Father’s biggest title is: World Servant. In the same way, children are also world servants, that is, servers. A server means a renunciate and a tapaswi. When someone has renunciation and tapasya, fortune comes in front of that one like a servant. Servers are those who give, not...