1-08-2021 प्रात: मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 24-02-88 मधुबन “वरदाता से प्राप्त हुए वरदानों को वृद्धि में लाने की विधि” ओम् शान्ति। आज बापदादा अपने रूहानी चात्रक बच्चों को देख रहे हैं। हर एक बच्चा बाप से सुनने के, मिलने के और साथ-साथ बाप समान बनने के चात्रक हैं।...
31-07-2021 प्रात: मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम्हें नशा होना चाहिए कि हमारा बाबा आया है, हमें विश्व का मालिक बनाने, हम उनके सम्मुख बैठे हैं” प्रश्नः- कर्मो की गुह्य गति को जानने वाले कौन सा पुरुषार्थ अवश्य करेंगे? उत्तर:- याद में रहने का क्योंकि...
30-07-2021 प्रात: मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – इस पुरानी दुनिया में जिस प्रकार की आशायें मनुष्य रखते हैं वह आशायें तुम्हें नहीं रखनी है, क्योंकि यह दुनिया विनाश होनी है” प्रश्नः- संगमयुग पर कौन सी आश रखो तो सब आशायें सदा के लिए पूरी हो...
29-07-2021 प्रात: मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – यह भारत भूमि निराकार बाप की जन्म-भूमि है, यहाँ ही बाप आते हैं तुम्हें राजयोग सिखलाकर राजाई देने, तुम्हारी सेवा करने’ प्रश्नः- शिवबाबा अपने हर एक बच्चे से कौन सी प्रतिज्ञा कराते हैं? उत्तर:- मीठे बच्चे – प्रतिज्ञा...
28-07-2021 प्रात: मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – यह पुरुषोत्तम बनने का संगमयुग है, इसमें कोई भी पाप कर्म नहीं करना है” प्रश्नः- संगम पर तुम बच्चे सबसे बड़ा पुण्य कौन सा करते हो? उत्तर:- स्वयं को बाप के हवाले कर देना अर्थात् सम्पूर्ण स्वाहा हो...
27-07-2021 प्रात: मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – योगबल से ही आत्मा की कट निकलेगी, इसलिए योग में कभी भी ग़फलत नहीं करो” प्रश्नः- बाप ने बच्चों को बेहद का वर्सा लेने की कौन सी युक्ति बताई जिसमें माया चारों तरफ विघ्न डालती है? उत्तर:- ...
26-07-2021 प्रात: मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – याद की यात्रा में कभी थकना नहीं, देह-अभिमान के तूफान थकाते हैं, देही-अभिमानी बनो तो थक दूर हो जायेगा” प्रश्नः- कौन सा संस्कार 21 जन्मों की श्रेष्ठ तकदीर को बिगाड़ने वाला है? उत्तर:- अगर किसी में रूठने...
25-07-2021 प्रात: मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज:20-02-88 मधुबन तन, मन की थकावट मिटाने का साधन – “शक्तिशाली याद” ओम् शान्ति। आज परदेशी बाप अपने अनादि देशवासी और आदि देशवासी सेवा-अर्थ सभी विदेशी, ऐसे बच्चों से मिलने के लिए आये हैं। बापदादा जानते हैं कि यही मेरे सिकीलधे लाडले बच्चे...