24-9-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “first have the faith that each of you is a soul.”
In the world, there is the power of science, the power of government and the power of devotion. However, you have the power of knowledge and the power of yoga. These are the most elevated powers. The power of yoga enables you to be victorious over Maya for all...
24-9-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली – “पहला निश्चय करो कि मैं आत्मा हूँ”
दुनिया में साइन्स का भी बल है, राज्य का भी बल है और भक्ति का भी बल है लेकिन आपके पास है ज्ञान बल और योग बल। यह सबसे श्रेष्ठ बल है। यह योगबल माया पर सदा के लिए विजयी बनाता है। इस बल के आगे माया की शक्ति...
23-9-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “do not perform any wrong or sinful actions.”
The speciality of a holy swan is constantly to pick up jewels of knowledge. A holy swan means to be always clean. Keep your intellect playing with jewels of knowledge at every moment and continue to churn knowledge and there won’t then be any waste. This is known as...
22-9-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली – “जितना समय मिले सच्ची कमाई करो”
माया की छाया से बचने का साधन है-बाप की छत्रछाया। छत्रछाया में रहना अर्थात् खुश रहना। सब फिक्र बाप को दे दिया। जिनकी खुशी गुम होती है, कमजोर हो जाते हैं उन पर माया की छाया का प्रभाव पड़ ही जाता है क्योंकि कमजोरी माया का आह्वान करती है।...
21-9-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “It is only you poor children who take a handful of knowledge from the Father and become wealthy.”
When souls are crying out in the upheaval of nature and asking for mercy, listen to their call and let your merciful form emerge. In order to transform the world of sorrow and suffering, make yourself complete. Intensify your good wishes for transformation. – Om Shanti....
21-9-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली – “तुम गरीब बच्चे ही बाप से ज्ञान की मुट्ठी ले साहूकार बनते हो”
प्रकृति की हलचल में जब आत्मायें चिल्लाती हैं, मर्सी और रहम मांगती हैं तो अपने मर्सीफुल स्वरूप को इमर्ज कर उनकी पुकार सुनो। दुख दर्द की दुनिया को परिवर्तन करने के लिए स्वयं को सम्पन्न बनाओ। परिवर्तन की शुभ भावना को तीव्र करो। - ओम् शान्ति।...
20-9-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली – “बाप समान पतितों को पावन बनाने का पुरूषार्थ करो”
जो अपने निज़ी लाइट स्वरूप की स्मृति में रहते हैं उनमें व्यर्थ को समर्थ में परिवर्तन करने की शक्ति होती है। वे व्यर्थ समय, व्यर्थ संग, व्यर्थ वातावरण को सहज परिवर्तन कर डबल लाइट रहते हैं। ऐसे तीव्र पुरूषार्थी बच्चे सहज ही फरिश्ते पन की स्थिति को प्राप्त कर...
20-9-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “make effort to make impure ones pure, like the Father.”
Those who remain aware of their original form of light have the power to transform waste into powerful. They easily transform any waste of time, wasteful company and atmosphere of waste and remain double light. Such intense effort-making children easily attain their angelic stage. – Om Shanti....
19-9-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली – “अपनी एम-आब्जेक्ट सदा याद रखो”
ब्राह्मण जन्म ही विशेष जन्म है, तो जन्म भी श्रेष्ठ, धर्म भी श्रेष्ठ और कर्म भी श्रेष्ठ है। इसी श्रेष्ठता अर्थात् विशेषता की जीवन स्मृति में नेचरल रहे तो सहज पुरूषार्थी बन जायेंगे। विशेष जीवन वाली आत्मायें कभी साधारण कर्म नहीं कर सकती। - ओम् शान्ति।...
19-9-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “Constantly remember your aim and objective.”
your Brahmin birth is also a special birth. Your birth is elevated, your dharma (religion) is elevated and your karma (action) is elevated. When this greatness, your speciality, is in your awareness in a natural way you will become an easy effort-maker. Souls who have a special life cannot...