19-11-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “पावन बनने वालों को ही सद्गति प्राप्त होगी”
सम्पूर्ण पवित्र वह है जिसमें अपवित्रता का अंश-मात्र भी न हो। पवित्रता ही ब्राह्मण जीवन की पर्सनैलिटी है। यह पर्सनैलिटी ही सेवा में सहज सफलता दिलाती है।जैसे पवित्रता के साथ सुख-शान्ति है, ऐसे अपवित्रता के साथ पांचों विकारों का गहरा संबंध है, इसलिए एक भी विकार का अंश न...
19-11-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “Only those who become pure will receive salvation”
Someone who doesn’t have the slightest trace of impurity is said to be completely pure. Purity is the personality of Brahmin life. This personality enables you to achieve success easily in the service you do. Therefore, make sure that there isn’t the slightest trace of even one vice, for...
“SPIRITUAL BOOK’S – आद्यात्मिक किताबे”: ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय।
Brahma kumaries Spiritual Litrature -Sacred books of Gods Verses : Srimad Bhagwat GEETA etc, ब्रह्मा कुमारी आध्यात्मिक साहित्य पढ़े - परमात्मा के वचनो की पवित्र पुस्तकें: भगवानुवाच भागवत गीता, आदि. - ॐ शान्ति। ...
18-11-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “तुमने जीते जी बेहद के बाप की गोद ली है उनकी सन्तान बने हो तो श्रीमत पर जरूर चलना है”
जैसे ब्राह्मण फैमली बढ़ाने की प्लैनिंग करते हो, ऐसे अब यह भी प्लैन करो जो कोई भी आत्मा ब्राह्मण परिवार से किनारे नहीं हो जाए। किले को ऐसा मजबूत बनाओ जो कोई जा ही नहीं सके। जब इस यज्ञ के किले को अपने योग के पावरफुल वायब्रेशन द्वारा मजबूत...
18-11-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “You have become His children and so you definitely have to follow His shrimat.”
Just as you make plans to increase the Brahmin family, in the same way, also plan to make sure no soul leaves from the Brahmin family. Make the fortress so strong that no one can leave. When the thought has emerged in you to make the fortress of this...
17-11-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “Devotees cannot feel as much happiness when they say “Bhagwan” or “Ishwar” as you feel when you say “Baba”.”
When you feel lonely, do not remember the Point form at that time. That would be difficult and you would become bored. At that time, become aware of your entertaining and playful experiences. Remember a list of things of your self-respect and attainments. This is “Manmanabhav”– Om Shanti....
17-11-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “तुम्हें जितना बाबा कहने से सुख फील होता है उतना भक्तों को भगवान वा ईश्वर कहने से नहीं फील हो सकता।”
जब भी अकेलेपन का अनुभव हो तो उस समय बिन्दू रूप को याद नहीं करो। वह मुश्किल होगा, उससे बोर हो जायेंगे। उस समय अपने रमणीक अनुभवों की कहानी को स्मृति में लाओ, अपने स्वमान की, प्राप्तियों की लिस्ट सामने लाओ। कम्बाइन्ड बन सर्व सम्बन्धों के स्नेह का रस...
16-11-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “कोई भी देहधारी को याद करने से मुक्ति-जीवनमुक्ति नहीं मिल सकती”
बापदादा बच्चों को अपने स्नेह और सहयोग की गोदी में बिठाकर मंजिल पर ले जा रहे हैं। आप बच्चे सिर्फ परमात्म स्नेही बन गोद में समाये रहो तो मेहनत, मोहब्बत में बदल जायेगी। लवलीन हो हर कार्य करो। बापदादा हर समय सर्व संबंधों से आपके साथ हैं।- ओम् शान्ति।...
16-11-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “you cannot receive liberation or liberation-in-life by remembering bodily beings”
BapDada seats His children in His lap of love and co-operation and takes them to their destination. You children have to be loving to God and remain merged in His lap and hard work will then be transformed into love. Do all your tasks while merged in love. BapDada...
15-11-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “you must definitely make effort to stay in remembrance because it is only by having remembrance that you souls will become pure.”
At the confluence age, you receive many types of self-respect from the Father. Keep a new aspect of self-respect in your awareness every day and body consciousness will be chased away in front of self-respect just as darkness is dispelled in front of light. This does not take...