“तुम मात पिता हम बालक तेरे… अब यह महिमा किसके लिये गाई हुई है?”
अवश्य पर-मात्मा के लिये गायन है क्योंकि परमात्मा खुद माता पिता रूप में आए इस सृष्टि को अपार सुख देता है। जरूर परमात्मा ने कब सुख की सृष्टि बनाई है तभी तो उनको माता पिता कहकर बुलाते हैं।- ओम् शान्ति।...
“You are the Mother the Father we are your children … Now for whom is this glory sung?”
This is surely sung to God, because God Himself comes in the form of the Mother and Father and gives limitless happiness to this world. God definitely created a world of happiness at some point, for this is why they call out to Him as the Mother and Father.–...
7-12-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “तुम्हें अच्छे संस्कार धारण कर पतितों को पावन बनाने की सर्विस करनी है”
मेरेपन का विस्तार ही बोझ है।संकल्प में भी मेरे पन का भान आया तो समझो मैले हो गये। किसी भी चीज़ पर मैल चढ़ जाए तो मैल का बोझ हो जायेगा। तो सब बोझ बाप हवाले कर मेरेपन की मैल को समाप्त करो तो फरिश्ता बन जायेंगे।- ओम् शान्ति।...
7-12-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “imbibe good sanskars and serve to make impure ones pure.”
The expansion of the consciousness of “mine” is a burden.If you have any consciousness of “mine”, even in your thoughts, you should understand that you have become dirty. Anything covered with dirt would be burdened with dirt. So, hand over all your burdens to the Father, finish the dirt...
6-12-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “जब तक बेहद बाप को पहचानकर पावन नहीं बने हैं तब तक वर्सा मिल नही सकता”
वर्तमान समय विशेष माया का प्रभाव मन में निगेटिव भाव और भावना पैदा करने वा यथार्थ महसूसता को समाप्त करने का चल रहा है इसलिए पहले से ही सेफ्टी का साधन अपनाओ। इसका विशेष साधन है सिर्फ एक “पाइंट'' शब्द। कोई भी संकल्प, बोल वा कर्म व्यर्थ है तो...
6-12-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “You cannot receive your inheritance until you recognise the unlimited Father and become pure.”
At present, Maya’s influence creates negative feelings and intentions in your mind and finishes true realisation. Therefore, adopt a method of safety in advance. The special method for this is simply to use the one word “point”. If there are any wasteful thoughts, words or actions, then just put...
5-12-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “the more jewels of knowledge you donate the fuller your treasure store will become.”
At present, the tamoguni power of matter and Maya’s subtle power of royal common sense are carrying out their work at a fast speed. Children can know the fearsome forms of matter, but they are deceived in knowing the very subtle forms of Maya. Therefore, underline the word “attention”...
5-12-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “जितना ज्ञान रत्नों का दान करेंगे उतना खजाना भरता जायेगा”
वर्तमान समय प्रकृति की तमोगुणी शक्ति और माया की सूक्ष्म रॉयल समझदारी की शक्ति अपना कार्य तीव्रगति से कर रही है। बच्चे प्रकृति के विकराल रूप को जान लेते हैं लेकिन माया के अति सूक्ष्म स्वरूप को जानने में धोखा खा लेते हैं इसलिए “अटेन्शन'' शब्द को अन्डरलाइन कर...
04-12-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली. रिवाइज: 09-1-1993: “अव्यक्त वर्ष मनाना अर्थात् सपूत बन सबूत देना”
ज्ञान अर्थात् नॉलेज और नॉलेज इज़ लाइट, माइट कहा जाता है। जब लाइट अर्थात् रोशनी है कि ये रांग है, ये राइट है, ये अंधकार है, ये प्रकाश है, ये व्यर्थ है, ये समर्थ है तो लाइट और माइट से सम्पन्न आत्मा कभी अंधकार में नहीं रह सकती।-ज्ञानी तू...
04-12-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli. Revised: 09-1-1993: “To celebrate the Avyakt Year means to become worthy and to show the proof of that.”
Gyan means knowledge and knowledge is said to be light and might. When there is light, the enlightenment of what is right and what is wrong, or that this is darkness and that is light, this is wasteful and that is powerful, then a soul who is full of...