15-2-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
एकरस स्थिति में रहने की सहज विधि है एक की याद। एक बाबा दूसरा न कोई। एक बाप को याद करना अर्थात् सार स्वरूप बनना। तो एक बाप, दूसरा न कोई - यह एक की याद एकरस स्थिति बनाती है। जो एक सुखदाता बाप की याद में रहते हैं...
14-2-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli
Let go of any limited supports which you have made your support. As long as you have those supports,Limited things are deceptive and so, as you can see the fast speed of time, fly fast above those limited shores and cross them in a second. You will then be...
14-2-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
अल्पकाल के आधारों का सहारा, जिसको किनारा बनाकर रखा है। यह अल्पकाल के सहारे के किनारे अभी छोड़ दो। अल्पकाल की बातें धोखेबाज हैं, इसलिए समय की तीव्रगति को देख अब इन किनारों से तीव्र उड़ान कर सेकण्ड में क्रॉस करो - तब कहेंगे यथार्थ पुरूषार्थी। - ॐ शान्ति।...
13-2-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli, Revised;10/01/90.
Only those who see the Father and follow the Father are constantly free from obstacles. Therefore, by following the Father, make your sanskars the same as the Father’s and, by performing the dance of harmonising sanskars, you will constantly be free from obstacles. With your power of silence, that...
13-2-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली, रिवाइज: 10/01/90.
सदा निर्विघ्न वही रह सकता है जो सी फादर, फालो फादर करता है। अब बाप को फालो करते हुए बाप समान संस्कार बनाओ तो संस्कार मिलन की रास करते हुए सदा निर्विघ्न रहेंगे। शान्ति की शक्ति से अथवा शान्त रहने से कितना भी बड़ा विघ्न सहज समाप्त हो जाता...
12-2-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli
At the confluence age, all of you children receive the treasure of happiness from the Father. For this, no matter what happens, even if you have to shed your body, do not let go of your treasure of happiness. Constantly keep the awareness of having all attainments and sadness...
12-2-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
संगमयुग पर सभी ब्राह्मण बच्चों को बाप द्वारा खुशी का खजाना मिलता है, इसलिए कुछ भी हो जाए - भल यह शरीर भी चला जाए लेकिन खुशी के खजाने को नहीं छोड़ना। सदा सर्व प्राप्तियों की स्मृति में रहना तो उदासी को तलाक मिल जायेगी। - ॐ शान्ति ...
11-2-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli
Those who stay content and make everyone content receive everyone’s blessings. Where there is contentment, there are blessings. Simply give blessings and receive blessings from amrit vela till night time and everything will be included in this. Even if someone causes you sorrow, just give them blessings and you...
11-2-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
सर्व की दुआयें उन्हें मिलती हैं जो स्वयं सन्तुष्ट रहकर सबको सन्तुष्ट करते हैं। जहाँ सन्तुष्टता है वहाँ दुआयें हैं। सिर्फ अमृतवेले से लेकर रात तक दुआयें देने और दुआयें लेने का एक ही कार्य करो तो इसमें सब कुछ आ जायेगा। कोई दु:ख भी दे तो भी आप...
10-2-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli
In the world, people take the support of an umbrella to protect themselves from the sun and rain. That is physical protection whereas this is the Father’s canopy of protection. You say “Baba” from your heart and you are safe. Maya cannot influence them even slightly. -Om Shanti....