7-9-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली – “बाप की शिक्षाओं को धारण कर तुम्हें गुणवान फूल बनना है”
नष्टोमोहा वा ट्रस्टी की निशानी है - दु:ख और अशान्ति का नाम निशान न हो। कभी कमाने में धन नीचे ऊपर हो जाए वा सम्बन्ध निभाने में कोई बीमार हो जाए, तो भी दु:ख की लहर न आये। सदा बेफिक्र बादशाह। - ओम् शान्ति।...
6-9-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली – “दूरादेशी विशाल बुद्धि बन सर्विस करनी है”
एक बल, एक भरोसे में रहने वाली आत्मा सदा एकरस स्थिति में स्थित होगी। एकरस स्थिति अर्थात् सदा अचल, हलचल नहीं। एकरस स्थिति का अर्थ ही है कि एक द्वारा सर्व सम्बन्ध, सर्व प्राप्तियों के रस का अनुभव करना। उसे और कोई भी संबंध अपनी ओर आकर्षित नहीं कर...
6-9-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “do service with a far-sighted and broad intellect.”
Souls who have one strength and one support are constantly stable in a constant and stable stage. To have a constant and stable stage means to be constantly unshakeable and not to fluctuate. To have a constant and stable stage means to have all your relationships with One and...
5-9-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “race in donating the imperishable jewels of knowledge”
At present, people can have everything, but they cannot have real happiness. So, at such a time, give unhappy and peaceless souls the experience of happiness and they will bless you from their hearts. You are the children of the Bestower and so let the virtue of being merciful...
3-9-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “whatever auspicious task you want to perform do it today.”
When you are body conscious, many types of feelings can arise. Sometimes, you will find someone good and sometimes you will find someone not so good. By seeing others in their soul form, you will have spiritual love for them. By having soul conscious feelings, soul conscious vision and...
3-9-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली – “जो शुभ कार्य करना है वह आज कर लो”
देह-भान में रहने से अनेक प्रकार के भाव उत्पन्न होते हैं। कभी कोई अच्छा लगेगा तो कभी कोई बुरा लगेगा। आत्मा रूप में देखने से रूहानी प्यार पैदा होगा। आत्मिक भाव, आत्मिक दृष्टि, आत्मिक वृत्ति में रहने से हर एक के सम्बन्ध में आते हुए अति न्यारे और प्यारे...
2-9-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली – “अभी तुम ब्राह्मणों को देवताओं से भी जास्ती रॉयल्टी से चलना है”
किसी भी धर्म की आत्माओं को मिलते वा देखते हो तो यह स्मृति रहे कि यह सब आत्मायें हमारे ग्रेट-ग्रेट ग्रैन्ड फादर की वंशावली हैं। हम ब्राह्मण आत्मायें पूर्वज हैं। पूर्वज सभी की पालना करते हैं। आपकी अलौकिक पालना का स्वरूप है बाप द्वारा प्राप्त हुई सर्व शक्तियां अन्य...
2-9-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “you Brahmins now have to interact with even greater royalty than the deities.”
When you meet or see souls of any other religion, have the awareness that all of those souls are from the dynasty of your great-great-grandfather. You Brahmin souls are the ancestors and ancestors sustain everyone. With alokik sustenance, you have to fill all souls with all the powers you...
1-9-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली – “तुम्हें बाप का फरमान है तुम एक बाप से ही सुनो”
अभी समय प्रति समय विश्व में हलचल बढ़नी ही है। अशान्ति वा हिंसा के समाचार सुनते हुए आप रूहानी सोशल सेवाधारी बच्चों को विशेष अलर्ट बनकर अपने पावरफुल वायब्रेशन द्वारा सबमें शान्ति की, सहन शक्ति की हिम्मत भरनी है, लाइट हाउस बन सर्व को शान्ति की लाइट देनी है।...
1-9-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “you have the Father’s order to listen to only the one Father.”
Now, from time to time, upheaval is going to increase in the world. While hearing news of peacelessness and violence, you spiritual social worker children have to become especially alert and use your powerful vibrations to fill everyone with the powers of peace and tolerance. Be a lighthouse, and...