7-08-2021 प्रात: मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – सबको यही पैगाम दो कि देह सहित देह के सब धर्मों को भूल अपने को आत्मा समझो तो सब दु:ख दूर हो जायेंगे” प्रश्नः- तुम बच्चों को किस बात में फालो फादर करना है? उत्तर:- जैसे इस ब्रह्मा ने अपना...
6-08-2021 प्रात: मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – रोज़ अपने आपसे पूछो कि मैं आत्मा कितना शुद्ध बना हूँ, जितना शुद्ध बनेंगे उतना खुशी रहेगी, सेवा करने का उमंग आयेगा” प्रश्नः-हीरे जैसा श्रेष्ठ बनने का पुरूषार्थ क्या है? उत्तर:- देही-अभिमानी बनो, शरीर में जरा भी मोह न रहे।...
5-08-2021 प्रात: मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – बाबा आये हैं तुम्हारी तकदीर जगाने, पावन बनने से ही तकदीर जगेगी” प्रश्नः- जिन बच्चों की तकदीर जगी हुई है उनकी निशानी क्या होगी? उत्तर:- सुख के देवता होंगे। बेहद के बाप से सुख का वर्सा लेकर सबको सुख देंगे।...
4-08-2021 प्रात: मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – याद में रहने से अच्छी दशा बैठती है, अभी तुम्हारे पर ब्रहस्पति की दशा है इसलिए तुम्हारी चढ़ती कला है” यदि योग पर पूरा अटेन्शन नहीं है तो उसकी रिजल्ट क्या होती? निरन्तर याद में रहने की युक्तियां क्या हैं?...
3-08-2021 प्रात: मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – बापदादा की यादप्यार लेनी है तो सर्विसएबुल बनो, बुद्धि में ज्ञान भरपूर है तो वर्षा करो” प्रश्नः- कौन सा नशा भरे हुए बादलों को भी उड़ा कर ले जाता, बरसने नहीं देता है? उत्तर:- अअगर फालतू देह-अभिमान का नशा आया...
2-08-2021 प्रात: मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन मीठे बच्चे – जैसे बाप अपकारियों पर भी उपकार करते हैं ऐसे तुम भी फालो फादर करो, सुखदाई बनो, इस देह को भूलते जाओ। प्रश्नः- देही अभिमानी रहने वाले बच्चों की मुख्य निशानियां क्या होंगी? 1-उनका आपस में बहुत-बहुत रूहानी प्रेम...
1-08-2021 प्रात: मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” रिवाइज: 24-02-88 मधुबन “वरदाता से प्राप्त हुए वरदानों को वृद्धि में लाने की विधि” ओम् शान्ति। आज बापदादा अपने रूहानी चात्रक बच्चों को देख रहे हैं। हर एक बच्चा बाप से सुनने के, मिलने के और साथ-साथ बाप समान बनने के चात्रक हैं।...
31-07-2021 प्रात: मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम्हें नशा होना चाहिए कि हमारा बाबा आया है, हमें विश्व का मालिक बनाने, हम उनके सम्मुख बैठे हैं” प्रश्नः- कर्मो की गुह्य गति को जानने वाले कौन सा पुरुषार्थ अवश्य करेंगे? उत्तर:- याद में रहने का क्योंकि...