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18-08-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

18-08-2021 प्रात: मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – परचिंतन छोड़ अपना कल्याण करो, तुम सोने जैसा बनकर औरों को रास्ता बताओ” प्रश्नः- अशरीरी बनने का अभ्यास जो सदा करते रहते, उनकी मुख्य निशानी सुनाओ?? उत्तर:- वे हठ से अपनी कर्मेन्द्रियों को वश नहीं करते। लेकिन उनकी कर्मेन्द्रियाँ स्वत:...

17-08-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

17-08-2021 प्रात: मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – बाप और वर्से को याद करने में तुम्हारी कमाई भी है तो तन्दरूस्ती भी है, तुम अमर बन जाते हो’ प्रश्नः- हृदय को शुद्ध बनाने की सहज युक्ति कौन सी है? उत्तर:- कहाँ भी रहो ट्रस्टी होकर रहो। हमेशा समझो...

16-08-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

16-08-2021 प्रात: मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – सब बातों में सहनशील बनो, निंदा-स्तुति, जय-पराजय सबमें समान रहो, सुनी सुनाई बातों में विश्वास नहीं करो” प्रश्नः- आत्मा सदा चढ़ती कला में आगे बढ़ती रहे उसकी सहज युक्ति सुनाओ? उत्तर:- एक बाप से ही सुनो, दूसरे से नहीं। फालतू...

15-08-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

15-08-2021 प्रात: मुरली ओम् शान्ति  रिवाइज: 03-03-88 मधुबन ”अव्यक्त-बापदादा” “होली कैसे मनायें तथा सदाकाल का परिवर्तन कैसे हो?” आज सर्व के भाग्यविधाता बाप अपने होलीहंसों से ज्ञान रत्नों की होली मनाने आये हैं। मनाना अर्थात् मिलन मनाना। बापदादा हर एक अति स्नेही, सहजयोगी, सदा बाप के कार्य में सहयोगी, सदा...

14-08-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

14-08-2021 प्रात: मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – तुम ड्रामा के गुप्त राज़ को जानते हो कि यह संगमयुग ही चढ़ती कला का युग है, सतयुग से लेकर कलायें कम होती जाती हैं” प्रश्नः- सबसे उत्तम सेवा कौन सी है और वह सेवा कौन करता है? उत्तर:- भारत...

13-08-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

13-08-2021 प्रात: मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – मनमनाभव की ड्रिल सदा करते रहो तो 21 जन्मों के लिए रूस्ट–पुस्ट (निरोगी) बन जायेंगे” प्रश्नः- सतगुरू की कौन सी श्रीमत पालन करने में ही गुप्त मेहनत है? उत्तर:- सतगुरू की श्रीमत है – मीठे बच्चे, इस देह को भी...

12-08-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

12-08-2021 प्रात: मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – सुख देने वाले बाप को बहुत-बहुत प्यार से याद करो, याद बिगर प्यार नहीं हो सकता” प्रश्नः- बाप बच्चों को रोज़-रोज़ याद का अभ्यास करने का इशारा क्यों देते हैं? उत्तर:- क्योंकि याद से ही आत्मा पावन बनेगी। याद से...

11-08-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

11-08-2021 प्रात: मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – बाप मीठे से मीठी सैक्रीन है इसलिए और सब बातें छोड़ उस बाप को याद करो तो मीठी सैक्रीन बन जायेंगे” प्रश्नः- तुम बाप द्वारा श्रीमत लेकर अपने अन्दर कौन से संस्कार भर रहे हो? उत्तर:- भविष्य में बिगर वजीर...

10-08-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

“मीठे बच्चे – बाप और दादा की भी वन्डरफुल कहानी है, बाप जब दादा में प्रवेश करे तब तुम ब्रह्माकुमार-कुमारी वर्से के अधिकारी बनो” प्रश्नः- निश्चित ड्रामा को जानते हुए भी तुम बच्चों को कौन सा लक्ष्य अवश्य रखना है? उत्तर:- पुरुषार्थ कर गैलप करने का अर्थात् विनाश के...

“अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

8-08-2021 प्रात: मुरली ओम् शान्ति  रिवाइज: 28-02-88 मधुबन ”अव्यक्त-बापदादा” “डबल विदेशी ब्राह्मण बच्चों की विशेषतायें” आज भाग्यविधाता बापदादा अपने श्रेष्ठ भाग्यवान बच्चों को देख हर्षित हो रहे हैं। हरेक बच्चे का भाग्य श्रेष्ठ तो है ही लेकिन उसमें नम्बरवार हैं। आज बापदादा सभी बच्चों के दिल के उमंग-उत्साह के...