6-4-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.
बापदादा द्वारा सब बच्चों को अखुट खजाने मिले हैं। जिसने अपने पास जितने खजाने जमा किये हैं उतना उनकी चलन और चेहरे में वह रूहानी नशा दिखाई देता है, जमा करने का रूहानी फखुर अनुभव होता है। क्योंकि जहाँ फखुर है वहाँ फिक्र नहीं रह सकता। जो ऐसे बेफिक्र...
5-4-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.
At the confluence age, you children have the greatest fortune of happiness because God Himself has chosen you. You have become the masters of the unlimited. This is unlimited spiritual intoxication. Continue to experience this and give others the same experience and you will be said to have the...
5-4-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.
संगमयुग पर आप बच्चे सबसे अधिक खुशनसीब हो, क्योंकि स्वयं भगवान ने आपको पसन्द कर लिया। बेहद के मालिक बन गये। यह है बेहद का रूहानी नशा, इसका अनुभव करते और कराते रहो तब कहेंगे खुशनसीब। - ॐ शान्ति। ...
4-4-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.
सारे दिन में जो व्यर्थ संकल्प, व्यर्थ बोल, व्यर्थ कर्म और व्यर्थ सम्बन्ध-सम्पर्क होता है उस व्यर्थ को समर्थ में परिवर्तन कर दो। होलीहंस बन व्यर्थ को समर्थ में परिवर्तन कर दो तो फीलिंग प्रूफ बन जायेंगे। कोई गाली दे, गुस्सा करे, आप उसको शान्ति का शीतल जल दो,...
4-4-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.
Throughout the whole day, there are wasteful thoughts, wasteful words, wasteful actions and wasteful relationships and connections. So, become a holy swan and transform anything wasteful into powerful and you will become “feeling-proof.” If someone insults you or gets angry with you, just give them some cool water of...
3-4-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.Revised:13/03/90.
To transform yourself is to have good wishes for yourself. This is why you have to conduct yourself with discipline and transform yourself. There is benefit in this. Although there may not be any external benefit visible, you will continue to experience internal happiness and lightness. - Om Shanti....
3-4-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.रिवाइज:13/03/90.
स्व परिवर्तन करना ही शुभ चिंतक बनना है। इसलिए स्वयं को कायदे प्रमाण चलाते हुए स्व का परिवर्तन करो, इसी में ही फायदा है। बाहर से कोई फायदा भल दिखाई न दे लेकिन अन्दर से हल्कापन और खुशी की अनुभूति होती रहेगी।- ॐ शान्ति। ...
2-4-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.
यदि कोई भी असत्य वा व्यर्थ बात देखी, सुनी और उसे वायुमण्डल में फैलाई। सुनकर दिल में समाया नहीं तो यह व्यर्थ बातों का फैलाव करना-यह भी पाप का अंश है। इसलिए अपनी सूक्ष्म चेकिंग कर ऐसे पापों के बोझ को समाप्त करो तब बाप समान वा सम्पन्न बन...
2-4-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.
If you see or hear anything untrue or wasteful, do not spread it into the atmosphere or merge it in your heart when you hear it. To spread wasteful things are also small sins. Therefore, check yourself in a subtle way and finish your burden of such sins. Only...
1-4-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.
Constantly remember that the sign of truth is manners. If you have the power of truth, you would never let go of your manners. You may prove something to be the truth, but do it with manners. When your words and behaviour are expressed with manners, you will be...