16-4-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.
The children whose powers work according to their orders have the authority of being master almighty authorities. Every power in the form of a creation comes in front of a master creator: as soon as you order it, it comes in front of you.Those whose powers work according to...
15-4-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.
The attainment of this balance is blessings. It is not possible that those who keep this balance do not receive blessings. Constantly continue to move forward with blessings from the Mother, the Father and the family. These blessings are your sustenance. Simply continue to give and take blessings from...
15-4-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.
बैलेन्स की प्राप्ति ही है ब्लैसिंग। बैलेन्स वाले को ब्लैसिंग नहीं मिले - यह हो नहीं सकता। मात-पिता और परिवार की दुआओं से सदा आगे बढ़ते चलो। यह दुआयें ही पालना हैं। सिर्फ दुआयें लेते चलो और सबको दुआयें देते चलो तो सहज सफलतामूर्त बन जायेंगे।- ओम् शान्ति।...
14-4-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.
“A master and a child”. Stabilise in the stage of a master and in the stage of a child when you want. This double intoxication will make you constantly free from obstacles. The title of such souls is “Destroyer of obstacles”. – Om Shanti....
14-4-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.
“मालिक सो बालक हैं'' - जब चाहो मालिकपन की स्थिति में स्थित हो जाओ और जब चाहो बालकपन की स्थिति में स्थित हो जाओ, यह डबल नशा सदा निर्विघ्न बनाने वाला है। ऐसी आत्माओं का टाइटल है विघ्न-विनाशक। - ओम् शान्ति।...
13-4-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.
There are many to listen to you, but you just have to make your stage spiritual and attractive. A magnet can pull something to itself. So, can you not pull souls with your spiritual power? So, become magnets who have the spiritual attraction from which souls will automatically be...
13-4-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.
सुनने वाले बहुत हैं सिर्फ आप अपनी स्थिति रूहानी आकर्षणमय बनाओ। जब चुम्बक अपनी तरफ खींच सकता है तो क्या आपकी रूहानी शक्ति आत्माओं को नहीं खींच सकती! तो रूहानी आकर्षण करने वाले चुम्बक बनो जिससे आत्मायें स्वत: आकर्षित होकर आपके सामने आ जायें, यही आप रूहानी सेवाधारी बच्चों...
12-4-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.
सदा सेफ रहने का स्थान-दिलाराम बाप का दिलतख्त है। सदा इसी स्मृति में रहो कि हमारा ही यह श्रेष्ठ भाग्य है जो भगवान के दिलतख्त-नशीन बन गये। जो परमात्म दिल में समाया हुआ अथवा दिलतख्तनशीन है वह सदा सेफ है। - ॐ शान्ति। ...
12-4-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.
The place to remain constantly safe is the heart throne of the Father, the Comforter of Hearts. Always maintain the awareness: It is my great fortune to be seated on God’s heart throne. Those who are merged in God’s heart or are seated on the heart throne are constantly...
11-4-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.
सेना में जो सैनिक होते हैं वह कभी भी अलबेले नहीं रहते, सदा अटेन्शन में अलर्ट रहते हैं। आप भी पाण्डव सेना हो इसमें जरा भी अबेलापन न हो। अटेन्शन एक नेचुरल विधि बन जाए। नेचुरल अटेन्शन अपनी नेचर बनाओ। अटेन्शन रखने से स्वत: स्मृति स्वरूप बन जायेंगे, विस्मृति...