13-4-2023 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “Exchange imperishable jewels of knowledge among yourselves and sustain one another.”
Spiritual endeavour means to have powerful remembrance of the father and have a true relationship in the heart with Him. Just as when you sit down to have yoga, you sit with concentration, in the same way, keep your heart, mind and intellect sitting with the Father. This is...
13-4-2023 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “मीठे बच्चे – आपस में अविनाशी ज्ञान रत्नों की लेन-देन करके एक दो की पालना करो”
साधना अर्थात् शक्तिशाली याद। बाप के साथ दिल का सच्चा संबंध। जैसे योग में शरीर से एकाग्र होकर बैठते हो ऐसे दिल, मन-बुद्धि सब एक बाप की तरफ बाप के साथ-साथ बैठ जाए - यही है यथार्थ साधना।वास्तव में याद में फरियाद की आवश्यकता नहीं, जिसका दिल से बाप...
12-4-2023 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “Sweet children knowledge is nectar and yoga is fire.”
The special inculcation of Brahmin life is purity, for this is the main basis of constant supersensuous happiness and sweet silence. Purity is not just celibacy but to be celibate and to be constantly Brahma-achari (one who follows in the footsteps of Brahma), that is, to be one who...
12-4-2023 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “मीठे बच्चे – ज्ञान अमृत है और योग अग्नि है”
ब्राह्मण जीवन की विशेष धारणा पवित्रता है, यही निरन्तर अतीन्द्रिय सुख और स्वीट साइलेन्स का विशेष आधार है। पवित्रता सिर्फ ब्रह्मचर्य नहीं लेकिन ब्रह्मचारी और सदा ब्रह्माचारी अर्थात् ब्रह्मा बाप के आचरण पर हर कदम चलने वाले।- ओम् शान्ति।...
11-4-2023 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “Sweet children die alive.”
Once the children recognise the Father and from their heart say, “My Baba", BapDada, the Ocean of Mercy, looks at such children with spiritual love as a multimillion fold return. This drishti of love and mercy constantly enables them to move forward. This awareness of spiritual belonging becomes a...
11-4-2023 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “मीठे बच्चे – जीते जी मरजीवा बनो”
जो बच्चे बाप को पहचान कर दिल से एक बार भी “मेरा बाबा'' कहते हैं तो रहम के सागर बापदादा ऐसे बच्चों को रिटर्न में पदमगुणा उसी रूहानी प्यार से देखते हैं। रहम और स्नेह की दृष्टि उन्हें सदा आगे बढ़ाती रहती है। यही रूहानी मेरे पन की स्मृति...
10-4-2023 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “मीठे बच्चे – श्रेष्ठ बनने के लिए सदा श्रीमत पर चलते रहो”
नम्बरवन की निशानी है हर बात में विन करने वाले। किसी भी बात में हार न हो, सदा विजयी। यदि चलते-चलते कभी हार होती है तो उसका कारण है मर्यादाओं में नीचे ऊपर होना। लेकिन यह संगमयुग है मर्यादा पुरुषोत्तम बनने का युग। - ओम् शान्ति।...
10-4-2023 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “Sweet children in order to become elevated constantly continue to follow shrimat.”
The sign of someone being number one is that he wins over every situation. He is not defeated by any situation, but is always victorious. If, whilst moving along you are defeated, the reason for that is some fluctuation in your following the codes of conduct. However, this confluence...
9-4-2023 – ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli. Revised: 9-3-1994: “Shiv Jayanti is the lovely unique and wonderful incarnation filled with love and happiness.”
Just as moths automatically fly to a physical light, in the same way, wandering souls will come to you sparkling stars at a fast speed. For this, practise seeing the sparkling star in the centre of each one’s forehead. Do not see the bodies while seeing them. Let your...
9-4-2023 – ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली. रिवाइज: 9-03-1994: “न्यारा-प्यारा वन्डरफुल स्नेहऔरसुखभराअवतरण – शिवजयन्ती”
जैसे स्थूल रोशनी (लाइट) पर परवाने स्वत: आते हैं, ऐसे आप चमकते हुए सितारों पर भटकी हुई आत्मायें फास्ट गति से आयेंगी। इसके लिए अभ्यास करो - हर एक के मस्तक पर सदा चमकते हुए सितारे को देखने का। शरीरों को देखते भी न देखो। सदा नज़र चमकते हुए...