Tag: Madhuban Murli

27-12-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

“जैसे कोई सिम्पल चीज़ अगर स्वच्छ होती है तो अपने तरफ आकर्षित जरूर करती है। सिम्पल अर्थात् साधारण। साधारणता से ही महानता प्रसिद्ध होती है। जो साधारण अर्थात् सिम्पल नहीं वह प्राब्लम रूप बन जाते हैं।“-“ओम् शान्ति”...

26-12-2021 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli

Consider yourself to be a server and keep yourself busy doing service with interest and enthusiasm and Maya will not then take a chance. However, keep yourself happily busy doing service in both ways, physically and in a subtle way and, because of your happiness, Maya will not have...

26-12-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

स्वयं को सेवाधारी समझ अपनी रुची, उमंग से सेवा में बिजी रहो तो माया को चांस नहीं मिलेगा। लेकिन स्थूल और सूक्ष्म दोनों ही रीति से खुशी-खुशी से सेवा में बिजी रहो तो खुशी के कारण माया सामना करने का साहस नहीं रख सकती, इसलिए स्वयं ही टीचर बन...

25-12-2021 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli

Be one who has love for your own land, that is, consider yourself to be a resident of the supreme abode in terms of the soul and a resident of Madhuban in terms of the divine family. Maintain this intoxication. - Om Shanti....

25-12-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

आप लोगों के लिए यह पुरानी दुनिया ही विदेश है, इससे उपराम रहो अर्थात् पुरानी दुनिया की जो चीज़े हैं, स्वभाव-संस्कार हैं उनकी तरफ जरा भी आकर्षित न हो। स्वदेशी बनो अर्थात् आत्मिक रूप में अपने ऊंचे देश परमधाम और इस ईश्वरीय परिवार के हिसाब से मधुबन देश के...

24-12-2021 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli

To the extent that each of your actions is elevated, accordingly, you will be remembered among the elevated souls.For this, you have to become yogyukt. By your becoming yogyukt, every thought, word and action of yours will definitely be yuktiyukt. Such souls cannot have any thoughts or actions that...

24-12-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

आपका एक-एक कर्म जितना श्रेष्ठ होगा उतना ही श्रेष्ठ आत्माओं में सिमरण किये जायेंगे। तो आप श्रेष्ठ कर्मो के आधार पर सिमरण योग्य बनते जायेंगे, इसके लिए योगयुक्त बनो। योगयुक्त बनने से हर संकल्प, शब्द वा कर्म युक्तियुक्त अवश्य होगा, उनसे अयुक्त कर्म वा संकल्प हो ही नहीं सकता...

23-12-2021 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli

Zeal and enthusiasm is visible in the eyes and features and in every activity of those who are full of attainments. Set the switch of your promise and continue to move along according to your promise in a practical way. Along with courage, also have enthusiasm and the sparkle...

23-12-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

जो प्राप्तियों से सम्पन्न होते हैं उनके हर चलन, नैन चैन से उमंग-उत्साह दिखाई देता है। प्रतिज्ञा रूपी स्वीच को सेट कर प्रैक्टिकल में प्रतिज्ञा प्रमाण चलते रहो। हिम्मत के साथ हुल्लास हो तो प्राप्ति की झलक दूर से ही दिखाई देगी। – “ॐ शान्ति”।...

22-12-2021 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli

Baba says: Constantly remember Me alone and your sins will be absolved. I guarantee this. The Purifier Father says: I also said 5000 years ago: O children, break the yoga of your intellects away from all bodily beings and remember Me. These are the elevated versions of the Gita....