12-4-2023 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “मीठे बच्चे – ज्ञान अमृत है और योग अग्नि है”
ब्राह्मण जीवन की विशेष धारणा पवित्रता है, यही निरन्तर अतीन्द्रिय सुख और स्वीट साइलेन्स का विशेष आधार है। पवित्रता सिर्फ ब्रह्मचर्य नहीं लेकिन ब्रह्मचारी और सदा ब्रह्माचारी अर्थात् ब्रह्मा बाप के आचरण पर हर कदम चलने वाले।- ओम् शान्ति।...
11-4-2023 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “Sweet children die alive.”
Once the children recognise the Father and from their heart say, “My Baba", BapDada, the Ocean of Mercy, looks at such children with spiritual love as a multimillion fold return. This drishti of love and mercy constantly enables them to move forward. This awareness of spiritual belonging becomes a...
11-4-2023 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “मीठे बच्चे – जीते जी मरजीवा बनो”
जो बच्चे बाप को पहचान कर दिल से एक बार भी “मेरा बाबा'' कहते हैं तो रहम के सागर बापदादा ऐसे बच्चों को रिटर्न में पदमगुणा उसी रूहानी प्यार से देखते हैं। रहम और स्नेह की दृष्टि उन्हें सदा आगे बढ़ाती रहती है। यही रूहानी मेरे पन की स्मृति...
10-4-2023 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “मीठे बच्चे – श्रेष्ठ बनने के लिए सदा श्रीमत पर चलते रहो”
नम्बरवन की निशानी है हर बात में विन करने वाले। किसी भी बात में हार न हो, सदा विजयी। यदि चलते-चलते कभी हार होती है तो उसका कारण है मर्यादाओं में नीचे ऊपर होना। लेकिन यह संगमयुग है मर्यादा पुरुषोत्तम बनने का युग। - ओम् शान्ति।...
10-4-2023 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “Sweet children in order to become elevated constantly continue to follow shrimat.”
The sign of someone being number one is that he wins over every situation. He is not defeated by any situation, but is always victorious. If, whilst moving along you are defeated, the reason for that is some fluctuation in your following the codes of conduct. However, this confluence...
9-4-2023 – ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli. Revised: 9-3-1994: “Shiv Jayanti is the lovely unique and wonderful incarnation filled with love and happiness.”
Just as moths automatically fly to a physical light, in the same way, wandering souls will come to you sparkling stars at a fast speed. For this, practise seeing the sparkling star in the centre of each one’s forehead. Do not see the bodies while seeing them. Let your...
9-4-2023 – ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली. रिवाइज: 9-03-1994: “न्यारा-प्यारा वन्डरफुल स्नेहऔरसुखभराअवतरण – शिवजयन्ती”
जैसे स्थूल रोशनी (लाइट) पर परवाने स्वत: आते हैं, ऐसे आप चमकते हुए सितारों पर भटकी हुई आत्मायें फास्ट गति से आयेंगी। इसके लिए अभ्यास करो - हर एक के मस्तक पर सदा चमकते हुए सितारे को देखने का। शरीरों को देखते भी न देखो। सदा नज़र चमकते हुए...
25-1-2023 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “Sweet children make a great deal of effort to remember the Father.”
While coming into relationship and connection with one another, see each one’s specialities. Adopt the vision of only seeing specialities. Nowadays, the fashion and compulsion are of wearing glasses. So, wear glasses that only see specialities. with the glasses of seeing specialities, you will not see any rubbish but...
25-1-2023 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “मीठे बच्चे – बाप को याद करने की खूब मेहनत करो”
एक दो के साथ सम्बन्ध वा सम्पर्क में आते हर एक की विशेषता को देखो। विशेषता देखने की ही दृष्टि धारण करो। जैसे आजकल का फैशन और मजबूरी चश्मे की है। तो विशेषता देखने वाला चश्मा पहनो। तो विशेषता के चश्में द्वारा कीचड़ को न देख कमल को देखने...
24-1-2023 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “Sweet children this is the confluence age when there is the meeting of souls with the Supreme Soul.”
In this special age, the most elevated fruit from the seed of speciality is contentment. To be content and to make everyone content is the sign of a special soul. Therefore, water the seed and blessing of specialty with the water of all powers and it will become fruitful....