6-11-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli. Revised: 30-11-1992: “Become full of all treasures: give blessings and receive blessings.”
According to the drama, scientists have been touched to invent the facilities of science that are useful to all when the Father had a need for them. However, do not be controlled by them while using them. Never let these facilities pull you. Be a master creator and take...
6-11-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली. रिवाइज: 30-11-1992: “सर्व खजानों से सम्पन्न बनो – दुआएं दो दुआएं लो”
साइन्स के साधन जो आप लोगों के काम आ रहे हैं, ड्रामा अनुसार उन्हें भी टच तभी हुआ है जब बाप को आवश्यकता है। लेकिन यह साधन यूज़ करते हुए उनके वश नहीं हो जाओ। कभी कोई साधन अपनी ओर खींच न ले। मास्टर क्रियेटर बनकर क्रियेशन से लाभ...
5-11-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “एक बार बेहद का संन्यास कर 21 जन्म की प्रालब्ध बनानी है”
जो बच्चे बड़ी दिल रखकर सेवा करते हैं तो सेवा का प्रत्यक्षफल भी बड़ा निकलता है। बड़ी दिल रखने से मिट्टी भी सोना हो जाती है, कमजोर साथी भी शक्तिशाली बन जाते हैं, असम्भव सफलता सम्भव हो जाती है। इसके लिए मैं-मैं की बलि चढ़ा दो तो बड़ी दिल...
5-11-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “Have unlimited renunciation once and create a reward for 21 births.”
Someone who does service with a big heart also reaps the instant fruit of service in a big way.By your having a big heart, dust will turn to gold and weak companions will become strong. Success that seemed impossible becomes possible. For this, surrender “I, I”, and you will...
4-11-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “बाप का फरमान है स्वदर्शन चक्र फिराते अपना बुद्धियोग एक बाप से लगाओ”
जो जितना सेवा का उमंग-उत्साह रखते हैं उतना निर्विघ्न रहते हैं क्योंकि सेवा में बुद्धि बिजी रहती है। खाली रहने से किसी और को आने का चांस है और बिजी रहने से सहज निर्विघ्न बन जाते हैं। मन और बुद्धि को बिजी रखने के लिए उसका टाइम-टेबल बनाओ। सेवा...
4-11-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “the Father’s direction is: Spin the discus of self-realisation and connect your intellects in yoga to the Father”
To the extent that you have zeal and enthusiasm for doing service, you accordingly stay free from obstacles, because your intellect keeps busy doing service. If you keep it empty, there is a chance for something to enter, but by keeping yourself busy, you easily become free from obstacles....
3-11-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “यह अनादि खेल बना हुआ है”
सदा याद रखो कि बाप द्वारा जो भी अखुट खजाने मिले हैं, वह देने ही हैं। खजानों को कार्य में लगाओ। चाहे मन्सा, चाहे वाचा, चाहे सम्बन्ध-सम्पर्क में सफल करते चलो, दाता के बच्चे एक दिन भी देने के बिना रह नहीं सकते। विश्व सेवाधारी को हर दिन सेवा...
3-11-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “this eternal play is predestined.”
Always remember that you definitely have to give everyone the unlimited treasures that you have received from the Father. Use your treasures: whether with your mind, through your words or in your relationships and connections, continue to use them in a worthwhile way. Children of the Bestower cannot stay...
2-11-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “अब श्रीमत पर मन और बुद्धि को भटकाना बंद करो”
सभी पाइंटस का सार है - प्वाइंट बनना। प्वाइंट रूप में स्थित रहो तो क्वेश्चन मार्क की क्यू समाप्त हो जायेगी। जब किसी भी बात में क्वेश्चन आये तो बिन्दी (फुलस्टाप) लगा दो। फुलस्टाप लगाने का सहज स्लोगन है - जो हुआ, जो हो रहा है, जो होगा वह...
2-11-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “Now follow shrimat and stop the wandering of your minds and intellects.”
The essence of all the points is to become a point. Be stable in the point form and the queue of question marks will finish. When a question arises in any situation, just put a full stop. The easy slogan for putting a full stop is “Whatever happened, whatever...