27-11-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली. रिवाइज: 31-12-1992: “सफलता प्राप्त करने का साधन – सब कुछ सफल करो”
जो बच्चे बाप के साथ सदा कम्बाइन्ड रह, प्यार से कहते हैं ‘मेरा बाबा' तो उन्हें परमात्म अधिकार प्राप्त हो जाता है। बेहद का दाता सर्व प्राप्तियों से सम्पन्न कर देता है। तीनों लोकों के अधिकारी बन जाते हैं।उन्हें 21 जन्मों का गैरन्टी कार्ड मिल जाता है। तो यही...
“जिस समय “ओम् शान्ति” कहते हैं तो उसका यथार्थ अर्थ है?”
हम सालिग्राम बच्चे हैं तो इन्हों को अपने ज्योति स्वरूप परमात्मा के साथ योग रखना और लाइट माइट का वर्सा लेना है। उस निराकार परमात्मा को श्वांसों श्वांस याद करना इसको ही अजपाजाप कहा जाता है।- ओम् शान्ति।...
“Soundless (Ajapa jaap) chant that is constant yoga unbroken yoga.”
We saligrams are the children and so we have to have yoga with God, the form of light. We have to have yoga with Him and claim our inheritance of light and might from Him. To remember the incorporeal Supreme Soul in your every breath, this is called the...
26-11-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “तुम्हारा उद्देश्य है मनुष्य से देवता बनना और बनाना”
संगमयुग की ही विशेषता है जो एक की पदमगुणा प्राप्ति होती है और प्रत्यक्षफल भी मिलता है। अभी-अभी सेवा की और अभी-अभी खुशी रूपी फल मिला। तो जो प्रत्यक्षफल अर्थात् ताजा फ्रूट खाने वाले हैं वह शक्तिशाली वा तन्दरूस्त होते हैं। कोई कमजोरी उनके पास आ नहीं सकती। अलर्ट...
26-11-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “Your aim is to change from human beings into deities and also make others those.”
It is a specialty of the confluence age that you receive multimillions in return for one and you also receive instant fruit. The moment you do service, you instantly receive the fruit of happiness. Those who eat instant fruit, that is, those who eat fresh fruit become powerful and...
25-11-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “सच्चाई और पवित्रता का गुण धारण करो तो सेवा में सफलता मिलती रहेगी”
जो बच्चे दूर बैठे भी सदा बाप की दिल के समीप हैं उन्हें सहयोग का अधिकार प्राप्त है और अन्त तक सहयोग मिलता रहेगा। बाप कम्बाइन्ड है इसलिए सदा उमंग-उत्साह से तीव्र पुरूषार्थी बन आगे बढ़ते रहना। कमजोरी वा दिलशिकस्त-पन बाप के हवाले कर दो, अपने पास सिर्फ...
25-11-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “Imbibe the virtues of honesty and purity and you will continue to receive success.”
The children who are far away and yet are constantly close to the Father’s heart receive a right to having co-operation and will continue to receive help until the end.The Father is combined with you and so always be an intense effort-maker with zeal and enthusiasm and continue to...
24-11-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “बच्चे मुझे याद करो और नॉलेज को धारण कर दूसरों की सेवा करो”
नेचरल योगी बनने के लिए मन और बुद्धि को व्यर्थ से बिल्कुल फ्री रखो। इसके लिए नॉलेजफुल के साथ-साथ पावरफुल बनो।ज्ञान अर्थात् समझ और समझदार उसको कहा जाता है जिसे समझना भी आता हो, मिटाना और परिवर्तन करना भी आता हो। तो जब व्यर्थ वृत्ति, व्यर्थ वायब्रेशन स्वाहा करो...
24-11-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “Children remember Me imbibe knowledge and serve others.”
In order to become a natural yogi, keep your mind and intellect completely free from all waste. For this, as well as being knowledge-full, also become powerful. Knowledge means understanding and someone who knows how to understand, how to finish and how to transform is considered to be sensible....
“What is the basis of being unfortunate or fortunate?”
God who makes us fortunate and human beings themselves who become unfortunate. – Om Shanti....