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17-8-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली: “स्वदर्शन चक्रधारी बने हो”

निश्चय की निशानी है-मन्सा-वाचा-कर्मणा, सम्बन्ध-सम्पर्क हर बात में सहज विजयी। जहाँ निश्चय अटूट है वहाँ विजय की भावी टल नहीं सकती। ऐसे निश्चयबुद्धि ही सदा हर्षित और निश्चिंत रहेंगे। निश्चयबुद्धि निश्चिंत आत्मा का स्लोगन है “जो हुआ अच्छा हुआ, अच्छा है और अच्छा ही होना है।''- ओम् शान्ति।...

16-8-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली: “पवित्र बनो तो विश्व का मालिक बन जायेंगे”

संगमयुग खुशियों का युग, मौजों का युग है तो सदा खुशी में रहो और खुशियां बांटते रहो। भाग्य और भाग्य विधाता सदा याद रहे। बाप मिला सब कुछ मिला-यह स्मृति ही सहजयोगी बना देगी। बाप मिला सब कुछ मिला-यह स्मृति ही सहजयोगी बना देगी। - ओम् शान्ति।...

15-8-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली: “तुम्हें पावन बन पावन दुनिया का वर्सा लेना है”

जहाँ मेरापन होता है वहाँ हलचल होती है। श्रेष्ठ मंजिल को प्राप्त करने के लिए मेरे को तेरे में परिवर्तन करो। हद का मेरा नहीं, बेहद का मेरा। वह है मेरा बाबा। बाबा की स्मृति और ड्रामा के ज्ञान से नथिंगन्यु की अचल स्थिति रहेगी और नष्टोमोहा बन जायेंगे।-...

12-8-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली: “बाप का फरमान है देही-अभिमानी बनो”

नॉलेजफुल अर्थात् ज्ञानी तू आत्मा बच्चे हर एक के प्रति मास्टर स्नेह के सागर होते हैं। उनके पास स्नेह के बिना और कुछ है ही नहीं। जैसे बाप सभी बच्चों के प्रति रहम और कल्याण की भावना रखते हैं, ऐसे बाप समान क्षमा के सागर और रहमदिल बच्चों में...

11-8-2022 ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली: “पवित्रता की राखी बांधो तब राजाई का तिलक मिलेगा”

जैसे बाप विश्व कल्याणकारी है, ऐसे बच्चे भी विश्व कल्याण के निमित्त हैं। आप निमित्त आत्माओं की वृत्ति से वायुमण्डल परिवर्तन होना है। कैसी भी परिस्थिति हो, व्यक्ति हो लेकिन स्व की भावना, स्व की वृत्ति कल्याण की हो, ग्लानि करने वाले के प्रति भी शुभ भावना हो तब...

10-8-2022 ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली: “देही-अभिमानी बनने की प्रैक्टिस करो”

अच्छा बनने वालों की सभी शुभ इच्छायें स्वत: पूरी हो जाती हैं। दाता के बच्चों को कुछ भी मांगने की आवश्यकता नहीं है। बेहद की सेवा का संकल्प बिना हद की इच्छा के होगा तो अवश्य पूरा होगा इसलिए हद की इच्छा के बजाए अच्छा बनने की विधि अपना...

9-8-2022 ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली: “बहुत-बहुत स्वीट (मीठे) बनो”

कोई भी कार्य करते सदा स्मृति रहे कि “बड़ा बाबा बैठा है'' तो स्थिति सदा निश्चिंत रहेगी। इस निश्चिंत स्थिति में रहना भी सबसे बड़ी बादशाही है। आजकल सब फिक्र के बादशाह हैं और आप बेफिक्र बादशाह हो।लेकिन आप निश्चिंत रहते हो इसलिए समय पर श्रेष्ठ टचिंग होती है...

8-8-2022 ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली: “बाप आये हैं तुम्हारा ज्ञान-योग से सच्चा श्रृंगार करने”

कोई भी बड़ी बात को छोटा बनाना या छोटी बात को बड़ा बनाना अपने हाथ में हैं। स्व-स्थिति में रहने से बड़ी परिस्थिति भी छोटी लगेगी और उस पर विजय पाना सहज हो जायेगा। समय पर याद आये कि मैं कल्प-कल्प का विजयी हूँ तो इस निश्चय से विजयी...

7-8-2022-”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली. रिवाइज:18-1-1992: “स्नेह की निशानी – बाप समान बनना”

सच्चे सेवाधारी वह हैं जो समर्पण भाव से सेवा करते हैं। सेवा में जरा भी मेरे पन का भाव न हो। जहाँ मेरा पन है वहाँ सफलता नहीं। लेकिन कहाँ भी रहते सदा स्मृति रहे कि मैं निमित्त हूँ, यह मेरा घर नहीं लेकिन सेवा-स्थान है तो समर्पण भाव...

6-8-2022 ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली: “ज्ञान सागर बाप और ब्रह्म-पुत्रा नदी का यह संगम”

जो बच्चे अपनी कमजोर वृत्तियों को मिटाकर शुभ और श्रेष्ठ वृत्ति धारण करने का व्रत लेते हैं, उन्हें यह सृष्टि भी श्रेष्ठ नज़र आती है। वृत्ति श्रेष्ठ होना माना वाणी और कर्म स्वत: श्रेष्ठ होना। वृत्ति से ही वायब्रेशन, वायुमण्डल बनता है। श्रेष्ठ वृत्ति का व्रत धारण करने वाले...