06-1-2023 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “anger causes a lot of sorrow. It causes pain to yourself and to others too.”
When some children are influenced by their physical senses and say, “Today, my eyes, my mouth or my vision deceived me”, then to be deceived in this way means to experience sorrow. The children who are spinners of the discus of self-realisation can never be caught in a spin...
6-1-2023 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “बाप आये हैं ज्ञान से गति सद्गति करने”
जो बच्चे कर्मेन्द्रियों के वश होकर कहते हैं कि आज आंख ने, मुख ने वा दृष्टि ने धोखा दे दिया, तो धोखा खाना अर्थात् दु:ख की अनुभूति होना। लेकिन जो स्वदर्शन चक्रधारी बच्चे हैं वह कभी किसी धोखे के चक्कर में नहीं आ सकते। वह तो दु:ख के चक्करों...
05-1-2023 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “the Father comes to grant them salvation and liberation by giving them knowledge.”
Constantly have the intoxication: I am a child and a master of the unlimited Father and the unlimited inheritance. However, when any advice has to be given, any plan has to be made, any task has to be carried out, then do it as a master. Then, when everything...
5-1-2023 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “बाप आये हैं ज्ञान से गति सद्गति करने”
सदा यह नशा रखो कि बेहद बाप और बेहद वर्से का बालक सो मालिक हूँ लेकिन जब कोई राय देनी है, प्लैन सोचना है, कार्य करना है तो मालिक होकर करो और जब मैजॉरिटी द्वारा या निमित्त बनी आत्माओं द्वारा कोई भी बात फाइनल हो जाती है तो उस...
03-1-2023 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “The world is one of sorrow. Conquer your attachment to this world”
To be obedient means to place your steps in BapDada’s footsteps, that is, to follow His orders. Only such obedient children receive God’s blessings in all relationships. This is also a law. – Om Shanti....
3-1-2023 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “यह सृष्टि वा जमाना दु:ख का है इससे नष्टोमोहा बनो”
आज्ञाकारी अर्थात् बापदादा के आज्ञा रूपी कदम पर कदम रखने वाले। ऐसे आज्ञाकारी को ही सर्व संबंधों से परमात्म दुआयें मिलती हैं। यह भी नियम है। यह तो परमात्म दुआयें हैं जो आज्ञाकारी आत्माओं को सदा डबल लाइट बना देती हैं। - ओम् शान्ति।...
2-1-2023 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “तुम्हें बेहद का बाप सारी पुरानी दुनिया का संन्यास सिखलाते हैं”
जैसे आजकल की दुनिया में बड़ी पोजीशन वाले अपने कार्य की दिनचर्या को समय प्रमाण सेट करते हैं ऐसे आप जो विश्व के नव निर्माण के आधारमूर्त हो, बेहद ड्रामा के अन्दर हीरो एक्टर हो, हीरे तुल्य जीवन वाले हो, आप भी अपने मन और बुद्धि को समर्थ स्थिति...
02-1-2023 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “The Father is teaching you to renounce the whole of the old world.”
In today’s world, people in top positions, set their daily timetable according to their time. In the same way, all of you who are the images of support for world renewal, those who are the hero actors in this unlimited drama, the ones who have lives as valuable as...
01-1-2023 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली. रिवाइज: 26-3-1993: “अव्यक्त वर्ष में लक्ष्य और लक्षण को समान बनाओ”
आप बच्चे मरजीवा बने ही हो सदा सन्तुष्ट रहने के लिए। जहाँ सन्तुष्टता है वहाँ सर्वगुण और सर्वशक्तियां हैं क्योंकि रचयिता को अपना बना लिया, तो बाप मिला सब कुछ मिला। सर्व इच्छायें इक्ट्ठी करो उनसे भी पदमगुणा ज्यादा मिला है। उसके आगे इच्छायें ऐसे हैं जैसे सूर्य के...
01-1-2023 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli. Revised: 26-3-1993: “In the Avyakt Year make your aim and qualifications the same.”
You children have died alive in order to be constantly content. Where there is contentment, there are all the virtues and all the powers, because you have made the Creator belong to you. Having found the Father, you have found everything. Even if you put all your desires together,...