23-1-2023 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “You have received the shrimat to become pure while living at home with your families. Fulfill your responsibilities to both sides.”
The more you use your specialities to serve with your mind, words and deeds, the more these specialities will continue to grow. To use them for service means to receive a lot of fruit from one seed. and you will experience their fruit, that is, you will experience the...
23-1-2023 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “मीठे बच्चे – तुम्हें श्रीमत है घर गृहस्थ में रहते पवित्र बनो दोनों तरफ तोड़ निभाओ”
जितना-जितना अपनी विशेषताओं को मन्सा सेवा वा वाणी और कर्म की सेवा में लगायेंगे तो वही विशेषता विस्तार को पाती जायेगी। सेवा में लगाना अर्थात् एक बीज से अनेक फल प्रगट करना। इस श्रेष्ठ जीवन में जो जन्म सिद्ध अधिकार के रूप में विशेषतायें मिली हैं उनको, सेवा की...
22-1-2023 – ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli. Revised: 25-11-1993: “Become souls who are embodiments of knowledge and experiment with knowledge in order to achieve easy success.”
The Father is the all-round Actor, He can be the Friend as well as the Father. In the same way, those who have the flying stage will be able to play a perfect part whenever there is a need for service to be done. This is called being an...
22-1-2023 – ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली. रिवाइज: 25-11-1993: “सहज सिद्धि प्राप्त करने के लिए ज्ञान स्वरूप प्रयोगीआत्मा बनो”
जैसे बाप आलराउन्ड पार्टधारी है, सखा भी बन सकते तो बाप भी बन सकते। ऐसे उड़ती कला वाले जिस समय जिस सेवा की आवश्यकता होगी उसमें सम्पन्न पार्ट बजा सकेंगे। इसको ही कहा जाता है आलराउन्ड उड़ता पंछी। हर प्रकार की सेवा में सफलतामूर्त बनेंगे। उन्हें ही कहा जाता...
21-1-2023 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “In order to claim blessings from the Father follow shrimat at every step. Keep your activity good.”
The words of you children have to be words that those who are listening would be thirsty to hear you say something. This is known as speaking precious, elevated versions. You are master satgurus, children of the Satguru, and so, each word of yours is an elevated version. At...
21-1-2023 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “मीठे बच्चे – बाप की दुआयें लेनी हैं तो हर कदम श्रीमत पर चलो चाल-चलन अच्छी रखो”
आप बच्चों के बोल ऐसे हों जो सुनने वाले चात्रक हों कि यह कुछ बोलें और हम सुनें - इसको कहा जाता है अनमोल महावाक्य। आप सतगुरू के बच्चे मास्टर सतगुरू हो इसलिए आपका एक-एक बोल महावाक्य हो। जिस समय जिस स्थान पर जो बोल आवश्यक है, युक्तियुक्त है,...
20-1-2023 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “You are instruments for establishing peace. Therefore you have to remain very very peaceful.”
Some children joke and tease others a lot and consider that to be playful and entertaining. Generally, the virtue of being entertaining and playful is considered to be good. However, it is being playful in a way that is appropriate for the person, time, gathering, place and atmosphere that...
20-1-2023 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “तुम पीस स्थापन करने के निमित्त हो इसलिए बहुत-बहुत पीस में रहना है”
कई बच्चे हंसी-मजाक बहुत करते हैं और उसे ही रमणीकता समझते हैं। वैसे रमणीकता का गुण अच्छा माना जाता है लेकिन व्यक्ति, समय, संगठन, स्थान, वायुमण्डल के प्रमाण रमणीकता अच्छी लगती है। इसलिए हंसीमजाक अच्छा वह है जिसमें रूहानियत हो और उस आत्मा का फ़ायदा हो, सीमा के अन्दर...
19-1-2023 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “You have to become soul conscious and remember the one bodiless Father.”
Important people in the world have their daily timetable set. A task is accurate when it is set properly according to the daily timetable. By having a proper setting, you save time and energy and one person can carry out 10 tasks. You world benefactors are responsible souls.When the...
19-1-2023 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “तुम्हें तो देही-अभिमानी बन एक विदेही बाप को याद करना है”
दुनिया में जो बड़े आदमी होते हैं उनकी दिनचर्या सेट होती है। कोई भी कार्य एक्यूरेट तब होता है जब दिनचर्या की सेटिंग हो। सेटिंग से समय, एनर्जी सब बच जाते हैं, एक व्यक्ति 10 कार्य कर सकता है। तो आप विश्व कल्याणकारी जिम्मेवार आत्मायें,हजार भुजाओं वाला बाप आपके...