Tag: Daily Murli

26-2-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.

According to the closeness of time, you must reveal your attitude of unlimited disinterest in the atmosphere of the present time. The meaning of an accurate attitude of disinterest means to be just as loving as you are detached in your relationships and connections. Those who are loving and...

26-2-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.

समय की समीपता प्रमाण वर्तमान समय के वायुमण्डल में बेहद का वैराग्य प्रत्यक्ष रूप में होना आवश्यक है। यथार्थ वैराग्य वृत्ति का अर्थ है - सर्व के सम्बन्ध-सम्पर्क में जितना न्यारा, उतना प्यारा। जो न्यारा-प्यारा है वह निमित्त और निर्मान है, उसमें मेरेपन का भान आ नहीं सकता। तो...

25-2-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.

जिसमें परिवर्तन शक्ति है वो सबका प्यारा बनता है, वह विचारों में भी सहज होगा। उसमें मोल्ड होने की शक्ति होगी। यह मेरापन आया माना अलाए मिक्स हुआ। इसलिए समय और वायुमण्डल को परखकर स्वयं को परिवर्तन कर लो - तो सर्व के स्नेही, नम्बरवन विजयी बन जायेंगे।- ॐ...

25-2-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.

Those who have the power of transformation are loved by all. They are easy in their ideas too. They have the power to mould themselves.To have this consciousness of “mine” means that there is alloy mixed with them. So, discern the time and the atmosphere and transform yourself and...

24-2-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.

इस पुरानी दुनिया से उपराम रहना है। स्वच्छ बुद्धि बन ज्ञान धारण करके फिर दूसरों को धारण कराना है। विचार सागर मंथन करना है।बाप समान रहमदिल बन सबको आसुरी मत से छुड़ाना है।- ॐ शान्ति। ...

24-2-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.

Remain beyond this old world. Have a clean intellect, imbibe knowledge and inspire others to imbibe it. Churn the ocean of knowledge.Be as merciful as the Father, and liberate everyone from devilish dictates. - Om Shanti....

23-2-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.

If you make a mistake, then, after making it, do not waste your time in thinking about “Why? What? How? Not like this!” Therefore, with transformation power, stop your fast flow of wasteful thoughts in a second and your stage will then become free from sinful thoughts. When this...

23-2-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.

यदि कोई भी गलती हो जाती है तो गलती होने के बाद क्यों, क्या, कैसे, ऐसे नहीं वैसे...यह सोचने में समय नहीं गंवाओ। व्यर्थ संकल्पों के तेज बहाव को परिवर्तन शक्ति द्वारा सेकण्ड में स्टॉप कर दो तो निर्विकल्प स्थिति बन जायेगी। जब यह संस्कार इमर्ज हो तब कहेंगे...

22-2-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.

सारे विश्व की आत्मायें परमात्मा को बाप कहती हैं लेकिन पालना और पढ़ाई के पात्र नहीं बनती हैं। सारे कल्प में आप थोड़ी सी आत्मायें अभी ही इस भाग्य के पात्र बनती हो। तो इस पालना का प्रैक्टिकल स्वरूप है - सहजयोगी जीवन। -ॐ शान्ति। ...

21-2-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.

Souls of the whole world call God “Father”, but they do not become worthy of this sustenance or this study. Only at this time out of the whole cycle, do you few souls become worthy of this fortune. The practical form of this sustenance is an easy yogi life....