26-5-2022- ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.
जो महान आत्मायें हैं वह सदैव ऊंची स्थिति में रहती हैं। ऊंची स्थिति ही ऊंचा आसन है। जब ऊंची स्थिति के आसन पर रहते हो तो माया आ नहीं सकती। वो आपको महान समझकर आपके आगे झुकेगी, वार नहीं करेंगी, हार मानेंगी। - ओम् शान्ति।...
25-5-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.
Doing service with words is not the only form of service. To have good wishes and pure feelings is also doing service. The occupation of Brahmins is doing Godly service. Wherever you may be living, continue to do service. continue to give them drops of good wishes and pure...
25-5-2022- ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.
सिर्फ वाणी की सेवा ही सेवा नहीं है, शुभ भावना, शुभ कामना रखना भी सेवा है। ब्राह्मणों का आक्यूपेशन ही है ईश्वरीय सेवा। कहाँ भी रहते सेवा करते रहो। अपने खजाने से, शुभ-भावना, शुभ-कामना की अंचली जरूर दो, तब कहेंगे सच्चे सेवाधारी।- ओम् शान्ति।...
24-5-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.
The main basis and easy way to have success in your tapasya is to make the lesson of the word “One” firm. Tapasya means to belong to One, tapasya means to focus the mind and intellect on One. Keep this lesson of “One” in your awareness and you will...
24-5-2022- ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.
तपस्या की सफलता का विशेष आधार वा सहज साधन है - एक शब्द का पाठ पक्का करो। तपस्या अर्थात् एक का बनना, तपस्या अर्थात् मन-बुद्धि को एकाग्र करना। इस एक के पाठ को स्मृति में रखो तो निरन्तर योगी, सहजयोगी बन जायेंगे। मेहनत से छूट जायेंगे।- ओम् शान्ति।...
23-5-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.
According to the situations of the current times in order to have self-progress, to do service at a fast speed and to give a return of BapDada’s love, you very much need to have tapasya at this time. You children have love for the Father, but in return for...
23-5-2022- ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.
समय की परिस्थितियों के प्रमाण, स्व की उन्नति वा तीव्रगति से सेवा करने तथा बापदादा के स्नेह का रिटर्न देने के लिए वर्तमान समय तपस्या की अति आवश्यकता है। बाप से बच्चों का प्यार है लेकिन बापदादा प्यार के रिटर्न स्वरूप में बच्चों को अपने समान देखना चाहते हैं।...
22-5-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli. Revised;13/02/1991.
The children who are full of the eight powers use each power for every act according to the time and situation. The eight powers make them especially beloved deities and the eight jewels. Success is merged in every step they take. No situation is able to bring them down...
22-5-2022-”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली. रिवाइज:13-02-1991.
जो बच्चे अष्ट शक्तियों से सम्पन्न हैं वो हर कर्म में समय प्रमाण, परिस्थिति प्रमाण, हर शक्ति को कार्य में लगाते हैं। उन्हें अष्ट शक्तियां इष्ट और अष्ट रत्न बना देती हैं। उनके हर कदम में सफलता समाई रहती है। कोई भी परिस्थिति उन्हें श्रेष्ठ स्थिति से नीचे नहीं...
21-5-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.
The children who are knowledge-full and trikaldarshi never get upset.Therefore, always have the awareness that, if after becoming God the Father’s children, you are not happy, then when will you be happy? Those who are happy and content now become close and equal to the Father. – Om Shanti....