18-8-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “You are spiritual surgeons and professors.”
The Father has such a big family and yet He is the carefree Emperor. While knowing and seeing everything, He is carefree. Follow the Father in the same way. Make an impact on the atmosphere, and do not allow the atmosphere to make an impact on you because the...
18-8-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली – “तुम हो रूहानी सर्जन और प्रोफेसर।”
जैसे बाप को इतना बड़ा परिवार है फिर भी बेफिक्र बादशाह है, सब कुछ जानते हुए, देखते हुए बेफिक्र। ऐसे फालो फादर करो। वायुमण्डल पर अपना प्रभाव डालो, वायुमण्डल का प्रभाव आपके ऊपर नहीं पड़े क्योंकि वायुमण्डल रचना है और आप मास्टर रचयिता हो। - ओम् शान्ति।...
17-8-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli: “become spinners of the discus of self-realization.”
The sign of having faith is to become victorious easily in every situation with your thoughts, words, actions, relationships and connections. Where there is unbroken faith, the destiny of victory cannot be prevented. Only those whose intellects have such faith can be constantly cheerful and carefree. The slogan of...
17-8-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली: “स्वदर्शन चक्रधारी बने हो”
निश्चय की निशानी है-मन्सा-वाचा-कर्मणा, सम्बन्ध-सम्पर्क हर बात में सहज विजयी। जहाँ निश्चय अटूट है वहाँ विजय की भावी टल नहीं सकती। ऐसे निश्चयबुद्धि ही सदा हर्षित और निश्चिंत रहेंगे। निश्चयबुद्धि निश्चिंत आत्मा का स्लोगन है “जो हुआ अच्छा हुआ, अच्छा है और अच्छा ही होना है।''- ओम् शान्ति।...
16-8-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली: “पवित्र बनो तो विश्व का मालिक बन जायेंगे”
संगमयुग खुशियों का युग, मौजों का युग है तो सदा खुशी में रहो और खुशियां बांटते रहो। भाग्य और भाग्य विधाता सदा याद रहे। बाप मिला सब कुछ मिला-यह स्मृति ही सहजयोगी बना देगी। बाप मिला सब कुछ मिला-यह स्मृति ही सहजयोगी बना देगी। - ओम् शान्ति।...
16-8-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli: “Remain pure and you will become the masters of the world”
The confluence age is an age of happiness; it is an age of pleasure. Therefore, remain constantly happy and continue to share this happiness. Always remember your fortune and the Bestower of Fortune. Having found the Father, you have found everything. This awareness will make you an easy yogi....
15-8-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli: “Become pure and claim your inheritance of the pure world”
जहाँ मेरापन होता है वहाँ हलचल होती है। श्रेष्ठ मंजिल को प्राप्त करने के लिए मेरे को तेरे में परिवर्तन करो। हद का मेरा नहीं, बेहद का मेरा। वह है मेरा बाबा। बाबा की स्मृति और ड्रामा के ज्ञान से नथिंगन्यु की अचल स्थिति रहेगी और नष्टोमोहा बन जायेंगे।...
15-8-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली: “तुम्हें पावन बन पावन दुनिया का वर्सा लेना है”
जहाँ मेरापन होता है वहाँ हलचल होती है। श्रेष्ठ मंजिल को प्राप्त करने के लिए मेरे को तेरे में परिवर्तन करो। हद का मेरा नहीं, बेहद का मेरा। वह है मेरा बाबा। बाबा की स्मृति और ड्रामा के ज्ञान से नथिंगन्यु की अचल स्थिति रहेगी और नष्टोमोहा बन जायेंगे।-...
14-08-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli. Revised:13-2-92: “The basis of making your lives is God’s love in this birth”
A tilak has a lot of importance on the path of devotion. On the path of knowledge, a lot of importance is given to the tilak of your awareness. As is your awareness, so would be your stage. If your awareness is elevated, your stage would also be elevated....
13-8-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli: “promise the Father that you will become pure and definitely become his helpers”
You are master bestowers, children of the Bestower. Taking something from someone to give to another is not really giving. If you take something and then give something, that is a business. You are children of the Bestower and so continue to give with a generous heart. The treasures...