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25-2-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.

Those who have the power of transformation are loved by all. They are easy in their ideas too. They have the power to mould themselves.To have this consciousness of “mine” means that there is alloy mixed with them. So, discern the time and the atmosphere and transform yourself and...

24-2-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.

इस पुरानी दुनिया से उपराम रहना है। स्वच्छ बुद्धि बन ज्ञान धारण करके फिर दूसरों को धारण कराना है। विचार सागर मंथन करना है।बाप समान रहमदिल बन सबको आसुरी मत से छुड़ाना है।- ॐ शान्ति। ...

24-2-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.

Remain beyond this old world. Have a clean intellect, imbibe knowledge and inspire others to imbibe it. Churn the ocean of knowledge.Be as merciful as the Father, and liberate everyone from devilish dictates. - Om Shanti....

23-2-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.

If you make a mistake, then, after making it, do not waste your time in thinking about “Why? What? How? Not like this!” Therefore, with transformation power, stop your fast flow of wasteful thoughts in a second and your stage will then become free from sinful thoughts. When this...

23-2-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.

यदि कोई भी गलती हो जाती है तो गलती होने के बाद क्यों, क्या, कैसे, ऐसे नहीं वैसे...यह सोचने में समय नहीं गंवाओ। व्यर्थ संकल्पों के तेज बहाव को परिवर्तन शक्ति द्वारा सेकण्ड में स्टॉप कर दो तो निर्विकल्प स्थिति बन जायेगी। जब यह संस्कार इमर्ज हो तब कहेंगे...

22-2-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.

सारे विश्व की आत्मायें परमात्मा को बाप कहती हैं लेकिन पालना और पढ़ाई के पात्र नहीं बनती हैं। सारे कल्प में आप थोड़ी सी आत्मायें अभी ही इस भाग्य के पात्र बनती हो। तो इस पालना का प्रैक्टिकल स्वरूप है - सहजयोगी जीवन। -ॐ शान्ति। ...

21-2-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.

Souls of the whole world call God “Father”, but they do not become worthy of this sustenance or this study. Only at this time out of the whole cycle, do you few souls become worthy of this fortune. The practical form of this sustenance is an easy yogi life....

21-2-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.

सबसे बड़ी अथॉरिटी अनुभव की है। जैसे सोचते और कहते हो कि आत्मा शान्त स्वरूप, सुख स्वरूप है - ऐसे एक-एक गुण वा शक्ति की अनुभूति करो और उन अनुभवों में खो जाओ।अनुभवी मूर्त बनना ही श्रेष्ठ पुरूषार्थ की निशानी है। तो अनुभवों को बढ़ाओ।- ॐ शान्ति। ...

21-2-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.

The greatest authority is experience. Just as you think and say the soul is an embodiment of peace and an embodiment of happiness, in the same way, experience each virtue and power and become lost in those experiences. So, increase your experiences. - Om Shanti ....

20-2-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.रिवाइज: 14/01/90.

दृढ़ निश्चय भाग्य को निश्चित कर देता है। जैसे ब्रह्मा बाप फर्स्ट नम्बर में निश्चित हो गये, ऐसे हमें फर्स्ट डिवीजन में आना ही है - यह दृढ़ निश्चय हो। साथ के अनुभव को बढ़ाओ तो सब सहज हो जायेगा, जिसके साथ स्वयं सर्वशक्तिमान् बाप है उसके आगे माया...