30-7-2022 ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली: “जीते जी सच्चे परवाने बनो।”
जैसे समय की रफ्तार तीव्रगति से सदा आगे बढ़ती रहती है। समय कभी रूकता नहीं, यदि उसे कोई रोकना भी चाहे तो भी रूकता नहीं। समय तो रचना है, आप रचयिता हो इसलिए कैसी भी परिस्थिति अथवा समस्याओं के पहाड़ भी आ जायें तो भी उड़ने वाले कभी रुकेंगे...
29-7-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli: “you have to uplift your equals”.
The basis of your stage is your awareness. You simply have to be an embodiment of awareness for, as is your awareness, so will be your stage. Maintain the awareness of being happy and your stage will be of happiness. you children of the Ocean of Happiness will remain...
29-7-2022 ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली: “तुम्हें अपने हमजिन्स का उद्धार करना है।”
स्थिति का आधार स्मृति है। आप सिर्फ स्मृति स्वरूप बनो, तो स्मृति आने से जैसी स्मृति वैसी स्थिति स्वत: हो जायेगी। खुशी की स्मृति में रहो तो स्थिति भी खुशी की बन जायेगी आप सुख के सागर के बच्चे सदा खुश रहने वाले दु:खों से न्यारे सुख-स्वरूप हो, इसलिए...
28-7-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli: “Be tireless of studying means karmateet stage”.
Your slogan is: Do not look for revenge (badla), but demonstrate “World transformation through self-transformation”, by changing (badal) yourself. Some children think, “If this is put right, I will be fine. If this system is sorted out, then I will be fine. First of all, change yourself and then...
28-7-2022- ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली : “पढ़ाई में अथक बनना अर्थात् कर्मातीत अवस्था”
आपका स्लोगन है “बदला न लो बदलकर दिखाओ''। स्व परिवर्तन से विश्व परिवर्तन। कई बच्चे सोचते हैं यह ठीक हो तो मैं ठीक हो जाऊं, यह सिस्टम ठीक हो तो मैं ठीक रहूँ। पहले स्व को बदलो तो विश्व बदल जायेगा। इसके लिए सर्व खजानों के मालिक बन समय...
27-7-2022- ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली : “अब ईश्वरीय गुण धारण कर स्वराज्य लेना है”
सर्व की दुआये लेनी हैं तो शिक्षक बनने के साथ-साथ मास्टर मर्सीफुल बनो। रहमदिल बन क्षमा करो तो यह क्षमा करना ही शिक्षा देना हो जायेगा। अभी से दुआयें देने के संस्कार पक्के करो तो आपके जड़ चित्रों से भी दुआयें लेते रहेंगे, इसके लिए हर कदम श्रीमत प्रमाण...
27-7-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli: “Now imbibe Godly virtues to Claim self-sovereignty”.
In order to receive everyone’s blessings, along with being a teacher, also be master merciful. Be merciful with forgiveness and this forgiveness will become like giving a teaching to that one.Make the sanskars of giving blessings firm from now and people will then continue to take blessings from your...
26-7-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli: “Double crowned – unknown warriors”.
Multimillion times fortunate souls always remain lost in God’s love. The power of God’s love transforms any situation into an elevated stage: it makes an impossible task possible and anything difficult becomes easy. This is because BapDada promised that He will continue to fulfil the responsibility of love in...
26-7-2022- ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली : “डबल सिरताज – अननोन वारियर्स”.
पदमापदम भाग्यवान बच्चे सदा परमात्म प्यार में लवलीन रहते हैं। परमात्म प्यार की शक्ति किसी भी परिस्थिति को श्रेष्ठ स्थिति में बदल देती है। असम्भव कार्य भी सम्भव हो जाते हैं। मुश्किल सहज हो जाता है क्योंकि बापदादा का वायदा है कि हर समस्या को पार करने में प्रीति...
25-7-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.
Hold a royal court of all your co-operative physical senses every day and check that none of you physical senses or workers are repeatedly making mistakes. Therefore, along with checking also change with the power of knowledge and you will then be said to be a successful master of...