10-11-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “तुम्हें इस रुद्र ज्ञान यज्ञ का बड़ा कदर होना चाहिए क्योंकि इस यज्ञ से ही भारत स्वर्ग बनता है”
हर रोज़ की मुरली मन को बिजी रखने का साधन है, मुरली की कोई भी पाइंट पर मनन करते रहो तो मन बिजी रहेगा और व्यर्थ स्वत: खत्म हो जायेगा। मन को मन्सा-वाचा और कर्मणा सेवा में इतना बिजी कर दो जो व्यर्थ संकल्प आवे ही नहीं, तभी...
9-11-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “बाप की गति सद्गति करने की मत वा राय सबसे न्यारी है”
वर्तमान समय सभी को अविनाशी खुशी की आवश्यकता है, सब खुशी के भिखारी हैं, आप दाता के बच्चे हो। दाता के बच्चों का काम है देना। जो भी संबंध-सम्पर्क में आये उसे खुशी देते जाओ। कोई खाली न जाये, इतना भरपूर रहो।- ओम् शान्ति।...
9-11-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “the Father’s directions and advice for bringing about liberation and salvation are unique.”
At the present time, everyone needs imperishable happiness. They are begging for happiness, whereas you are children of the Bestower. The duty of the children of the Bestower is to bestow. Continue to give happiness to whoever comes into contact or relationship with you. Remain so full that no...
8-11-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “your spiritual pilgrimage is very incognito. You have to continue to keep the yoga of your intellects on this pilgrimage.”
Many children have made the Father their Companion. However, you have to experience the Companion to be combined with you, you cannot be separated. No one has the power to separate you from your combined form. Bring this experience into your awareness again and again and you will become...
8-11-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “तुम्हारी रूहानी यात्रा बहुत गुप्त है जो तुम्हें बुद्धियोग से करते रहना है”
कई बच्चों ने बाप को अपना कम्पैनियन तो बनाया है लेकिन कम्पैनियन को कम्बाइन्ड रूप में अनुभव करो, अलग हो ही नहीं सकते, किसकी ताकत नहीं जो मुझ कम्बाइन्ड रूप को अलग कर सके, ऐसा अनुभव बार-बार स्मृति में लाते-लाते स्मृति स्वरूप बन जायेंगे।- ओम् शान्ति।...
“Lots of proof that God is not omnipresent.”
Maya at this time of the iron age that is present everywhere. So, how can God be present everywhere?....– Om Shanti....
“बहुत सारे प्रमाण हैं कि ईश्वर सर्वव्यापी नहीं है।“
परमात्मा को सर्वत्र समझ बैठे हैं जबकि इस समय कलियुग में सर्वत्र माया ही व्यापक है तो फिर परमात्मा व्यापक कैसे ठहरा?...- ओम् शान्ति।...
7-11-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली : “विचार सागर मंथन कर सबको बाप का सत्य परिचय दो”
सम्पूर्ण पवित्रता की परिभाषा बहुत श्रेष्ठ और सहज है। सम्पूर्ण पवित्रता का अर्थ है स्वप्न-मात्र भी अपवित्रता मन और बुद्धि को टच नहीं करे - इसी को कहा जाता है सच्चे वैष्णव। यह सहज भी है क्योंकि असम्भव से सम्भव करने वाले सर्वशक्तिमान् बाप का साथ है।- ओम् शान्ति।...
7-11-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “Churn the ocean of knowledge and give everyone the Father’s true introduction.”
The definition of complete purity is very elevated and easy. The meaning of complete purity is that impurity should not touch your mind or intellect even in your dreams. This is known as being a true Vaishnav. This is easy when you have the company of the Almighty Authority...
6-11-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli. Revised: 30-11-1992: “Become full of all treasures: give blessings and receive blessings.”
According to the drama, scientists have been touched to invent the facilities of science that are useful to all when the Father had a need for them. However, do not be controlled by them while using them. Never let these facilities pull you. Be a master creator and take...