31-1-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli
According to the time, you need to have a balance of love and law. Let there be love experienced in the law. For this, become an embodiment of soul conscious love for only then will you be able to be co-operative in finding a solution to every problem. As...
31-1-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
समय प्रमाण लव और लॉ दोनों का बैलेन्स चाहिए। लॉ में भी लव महसूस हो, इसके लिए आत्मिक प्यार की मूर्ति बनो तब हर समस्या को हल करने में सहयोगी बन सकेंगे। शिक्षा के साथ सहयोग देना ही आत्मिक प्यार की मूर्ति बनना है। - ॐ शान्ति। ...
30-1-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli
Remain merged in love in your actions, words, relationships and connections, in your love, awareness and your stage. To the extent that one is lovely, accordingly, that one will be able to remain merged in love. You children now stay merged in the Father’s love and easily make others...
30-1-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
कर्म में, वाणी में, सम्पर्क व सम्बन्ध में लव और स्मृति व स्थिति में लवलीन रहना है, जो जितना लवली होगा, वह उतना ही लवलीन रह सकता है। अभी आप बच्चे बाप के लव में लवलीन रह औरों को भी सहज आप-समान व बाप-समान बना देते हो। - ॐ...
29-1-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli
God’s love is the basis of this elevated Brahmin life. It is said: Where there is love, there is the world and there is life. If there is no love, then your life is lifeless and homeless. So, always stay merged in the Ocean of Love. - Om Shanti....
29-1-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
परमात्म प्यार इस श्रेष्ठ ब्राह्मण जन्म का आधार है। कहते भी हैं प्यार है तो जहान है, जान है। प्यार नहीं तो बेजान, बेजहान है। प्यार मिला अर्थात् जहान मिला।तो सदा प्यार के सागर में लवलीन रहो। - ॐ शान्ति। ...
28-1-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli
For world transformation, souls who have a powerful, subtle stage are needed, those who can transform many souls with their attitude and elevated thoughts. So, do not have these feelings for just yourself, but also transform others with your good wishes and pure feelings. So, become a world transformer...
28-1-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
विश्व परिवर्तन के लिए सूक्ष्म शक्तिशाली स्थिति वाली आत्मायें चाहिए। जो अपनी वृत्ति द्वारा श्रेष्ठ संकल्प द्वारा अनेक आत्माओं को परिवर्तन कर सकें। तो सिर्फ स्वयं के प्रति भावुक नहीं लेकिन औरों को भी शुभ भावना, शुभ कामना द्वारा परिवर्तित करो। तो भावना और ज्ञान, स्नेह और योग के...
27-1-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli
Never abandon or forget your loving image, your loving face, your loving interactions connections and relationship of love. No matter how fearsome a person, matter or Maya may be, even if they come in front of you in the fiery forms, constantly continue to transform them with the coolness...
27-1-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
कभी भी अपनी स्नेही मूर्त, स्नेह की सीरत, स्नेही व्यवहार, स्नेह के सम्पर्क-सम्बन्ध को छोड़ना, भूलना मत। चाहे कोई व्यक्ति, चाहे प्रकृति, चाहे माया कैसा भी विकराल रूप, ज्वाला रूप धारण कर सामने आये लेकिन उसे सदा स्नेह की शीतलता द्वारा परिवर्तन करते रहना। स्नेह की दृष्टि, वृत्ति और...