Tag: Baba Murli

1-6-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.

Some children say, “This virtue of mine”, “My power”. This is a mistake. To consider a gift from God to be yours is a great sin. surrender this limited consciousness of “mine” and constantly remember the word “Baba” and you will then be considered to be a renunciate soul....

31-5-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.

For 63 births, you wasted all your treasures and now at the confluence age, you have to accumulate all those treasures accurately by using the right method and you will become an embodiment of success and claim the success of perfection. – Om Shanti....

30-5-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.

You can increase your treasure of blessings received from the Father at the confluence age as much as you want. Simply continue to give them to others. Just as the Father is merciful, become as merciful as He is. Since you have to complete the task of serving the...

30-5-2022- ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.

संगमयुग पर बाप द्वारा जो वरदानों का खजाना मिला है उसे जितना बढ़ाना चाहो उतना दूसरों को देते जाओ। जैसे बाप मर्सीफुल है ऐसे बाप समान मर्सीफुल बनो, जब थोड़े समय में सारे विश्व की सेवा सम्पन्न करनी है तो तीव्रगति से सेवा करो। जितना स्वयं को सेवा में...

29-5-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli. Revised:25/02/1991.

When you world transformer souls collectively have the thought of transforming the world with your complete and perfect stage, matter will then begin the dance of total upheaval. Along with this, you must have such a high stage of powerful tapasya that everyone has the thought of “transformation” at...

29-5-2022-”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली. रिवाइज:25-02-1991.

जब आप विश्व परिवर्तक आत्मायें संगठित रूप में सम्पन्न, सम्पूर्ण स्थिति से विश्व परिवर्तन का संकल्प करेंगी तब यह प्रकृति सम्पूर्ण हलचल की डांस शुरू करेगी। साथ-साथ इतनी पावरफुल तपस्या की ऊंची स्थिति हो जो सबका एक साथ संकल्प हो “परिवर्तन'' और प्रकृति हाजिर हो जाए।- ओम् शान्ति।...

27-5-2022- ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.

संगमयुग पर विशेष खुशियों भरी बधाईयों से ही सर्व ब्राह्मण वृद्धि को प्राप्त कर रहे हैं। ब्राह्मण जीवन की पालना का आधार बधाईयां हैं। बाप के स्वरूप में हर समय बधाईयां हैं, इसलिए पदमापदम भाग्यवान हो जो भाग्यविधाता भगवान के बच्चे, सम्पूर्ण भाग्य के अधिकारी बन गये।- ओम् शान्ति।...

26-5-2022- ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.

जो महान आत्मायें हैं वह सदैव ऊंची स्थिति में रहती हैं। ऊंची स्थिति ही ऊंचा आसन है। जब ऊंची स्थिति के आसन पर रहते हो तो माया आ नहीं सकती। वो आपको महान समझकर आपके आगे झुकेगी, वार नहीं करेंगी, हार मानेंगी। - ओम् शान्ति।...

24-5-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.

The main basis and easy way to have success in your tapasya is to make the lesson of the word “One” firm. Tapasya means to belong to One, tapasya means to focus the mind and intellect on One. Keep this lesson of “One” in your awareness and you will...

24-5-2022- ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.

तपस्या की सफलता का विशेष आधार वा सहज साधन है - एक शब्द का पाठ पक्का करो। तपस्या अर्थात् एक का बनना, तपस्या अर्थात् मन-बुद्धि को एकाग्र करना। इस एक के पाठ को स्मृति में रखो तो निरन्तर योगी, सहजयोगी बन जायेंगे। मेहनत से छूट जायेंगे।- ओम् शान्ति।...