4-7-2022- ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.
जो अतीन्द्रिय सुख के अधिकारी हैं वे सदा बाप के साथ सुखों के झूलों में झूलते हैं। उन्हें कभी यह संकल्प नहीं आ सकता कि फलाने ने मुझे बहुत दु:ख दिया। उनका वायदा है - न दु:ख देंगे, न दु:ख लेंगे। अगर कोई जबरदस्ती भी दे तो भी उसे...
3-07-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli. Revised:10-1-1991.
The world of Brahmins is unique and their vision and attitude are unique. Those who have a soul-conscious attitude and vision as they move along cannot have any name or trace of sorrow come to them. This is because there is sorrow when there is body consciousness. – Om...
3-7-2022-”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली. रिवाइज:10-1-1991.
ब्राह्मणों का संसार भी न्यारा है तो दृष्टि-वृत्ति सब न्यारी है। जो चलते-फिरते आत्मिक दृष्टि, आत्मिक वृत्ति में रहते हैं उनके पास दु:ख का नाम-निशान नहीं रह सकता क्योंकि दु:ख होता है शरीर भान से। वे सदा सुख की शैया पर सोते हैं और सुख स्वरूप रहते हैं। -...
2-7-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.
Those whose minds are full have any physical things or facilities or not, because their minds are full, they never feel they are lacking anything. They would constantly sing the song: I have attained everything. They would not even have a trace of any sanskars of asking for anything....
2-7-2022- ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.
जो मन से भरपूर रहता है उसके पास स्थूल वस्तु या साधन नहीं भी हो फिर भी मन भरपूर होने के कारण वे कभी अपने में कमी महसूस नहीं करेंगे। वे सदा यही गीत गाते रहेंगे कि सब कुछ पा लिया, उनमें मांगने के संस्कार अंश मात्र भी नहीं...
1-7-2022- ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.
महान आत्मायें वह हैं जिनमें सत्यता की शक्ति है। लेकिन सत्यता के साथ सभ्यता भी जरूर चाहिए। अगर सभ्यता नहीं तो सत्यता नहीं। सत्यता कभी सिद्ध करने से सिद्ध नहीं होती। उसे तो सिद्ध होने की सिद्धि प्राप्त है। सत्यता के सूर्य को कोई छिपा नहीं सकता।- ओम् शान्ति।...
1-7-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.
Great souls have the power of truth in them. However, along with truth, you must also have manners.If manners are not there, there is no truth. Truth is never proven by trying to prove it, it is self-evident. No one can hide the sun of truth. – Om Shanti....
30-6-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.
It is said: Give one and receive a thousand fold. When you give perishable treasures, they diminish, but when you give imperishable treasures, they increase. However, only those who are full can give to others. Those who have true remembrance receive all attainments automatically. They do not need to...
29-6-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli.
Whatever doors there are for Maya to enter, put a double lock of remembrance and service on them. If Maya comes even when you do stay in remembrance and do service, there is then definitely something missing in your remembrance and service. Real service is that in which there...
29-6-2022- ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली.
माया के आने के जो भी दरवाजे हैं उन्हें याद और सेवा का डबल लॉक लगाओ। यदि याद में रहते और सेवा करते भी माया आती है तो जरूर याद अथवा सेवा में कोई कमी है। यथार्थ सेवा वह है जिसमें कोई भी स्वार्थ न हो। फिर क्यों, क्या...