16-8-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली: “पवित्र बनो तो विश्व का मालिक बन जायेंगे”
संगमयुग खुशियों का युग, मौजों का युग है तो सदा खुशी में रहो और खुशियां बांटते रहो। भाग्य और भाग्य विधाता सदा याद रहे। बाप मिला सब कुछ मिला-यह स्मृति ही सहजयोगी बना देगी। बाप मिला सब कुछ मिला-यह स्मृति ही सहजयोगी बना देगी। - ओम् शान्ति।...
16-8-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli: “Remain pure and you will become the masters of the world”
The confluence age is an age of happiness; it is an age of pleasure. Therefore, remain constantly happy and continue to share this happiness. Always remember your fortune and the Bestower of Fortune. Having found the Father, you have found everything. This awareness will make you an easy yogi....
15-8-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli: “Become pure and claim your inheritance of the pure world”
जहाँ मेरापन होता है वहाँ हलचल होती है। श्रेष्ठ मंजिल को प्राप्त करने के लिए मेरे को तेरे में परिवर्तन करो। हद का मेरा नहीं, बेहद का मेरा। वह है मेरा बाबा। बाबा की स्मृति और ड्रामा के ज्ञान से नथिंगन्यु की अचल स्थिति रहेगी और नष्टोमोहा बन जायेंगे।...
15-8-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली: “तुम्हें पावन बन पावन दुनिया का वर्सा लेना है”
जहाँ मेरापन होता है वहाँ हलचल होती है। श्रेष्ठ मंजिल को प्राप्त करने के लिए मेरे को तेरे में परिवर्तन करो। हद का मेरा नहीं, बेहद का मेरा। वह है मेरा बाबा। बाबा की स्मृति और ड्रामा के ज्ञान से नथिंगन्यु की अचल स्थिति रहेगी और नष्टोमोहा बन जायेंगे।-...
14-08-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli. Revised:13-2-92: “The basis of making your lives is God’s love in this birth”
A tilak has a lot of importance on the path of devotion. On the path of knowledge, a lot of importance is given to the tilak of your awareness. As is your awareness, so would be your stage. If your awareness is elevated, your stage would also be elevated....
13-8-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli: “promise the Father that you will become pure and definitely become his helpers”
You are master bestowers, children of the Bestower. Taking something from someone to give to another is not really giving. If you take something and then give something, that is a business. You are children of the Bestower and so continue to give with a generous heart. The treasures...
13-8-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली: “बाप से प्रतिज्ञा करो कि हम पवित्र बन मददगार जरूर बनेंगे”
आप दाता के बच्चे मास्टर दाता हो, किसी से कुछ लेकर फिर देना-वह देना नहीं है। लिया और दिया तो यह बिजनेस हो गया। दाता के बच्चे फ्राक दिल बन देते जाओ। अखुट खजाना है, जिसको जो चाहिए वह देते भरपूर करते जाओ। - ओम् शान्ति।...
12-8-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli: “the Father’s orders are: Become soul conscious”
The children who are knowledge-full, that is, those who are knowledgeable, are master oceans of love for everyone. They have nothing but love. Just as the Father has mercy and benevolent feelings for all the children, in the same way, you children who are merciful and oceans of forgiveness,...
12-8-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली: “बाप का फरमान है देही-अभिमानी बनो”
नॉलेजफुल अर्थात् ज्ञानी तू आत्मा बच्चे हर एक के प्रति मास्टर स्नेह के सागर होते हैं। उनके पास स्नेह के बिना और कुछ है ही नहीं। जैसे बाप सभी बच्चों के प्रति रहम और कल्याण की भावना रखते हैं, ऐसे बाप समान क्षमा के सागर और रहमदिल बच्चों में...
11-8-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli: “Have a rakhi of purity tied and you will receive a tilak of the kingdom”
Just as the Father is the World Benefactor, in the same way, you children are also instruments for world benefit. The atmosphere has to be transformed by the attitude of you instrument souls. No matter what the situation may be, what a person may be like, your own feelings...