1-9-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली – “तुम्हें बाप का फरमान है तुम एक बाप से ही सुनो”
अभी समय प्रति समय विश्व में हलचल बढ़नी ही है। अशान्ति वा हिंसा के समाचार सुनते हुए आप रूहानी सोशल सेवाधारी बच्चों को विशेष अलर्ट बनकर अपने पावरफुल वायब्रेशन द्वारा सबमें शान्ति की, सहन शक्ति की हिम्मत भरनी है, लाइट हाउस बन सर्व को शान्ति की लाइट देनी है।...
1-9-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “you have the Father’s order to listen to only the one Father.”
Now, from time to time, upheaval is going to increase in the world. While hearing news of peacelessness and violence, you spiritual social worker children have to become especially alert and use your powerful vibrations to fill everyone with the powers of peace and tolerance. Be a lighthouse, and...
31-8-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “wake up early in the morning and remember the Father with a lot of love”
To have newness in knowledge means to move along sensibly, that is, to continue to remove any weaknesses you have. Newness in experimenting with yoga means to increase its percentage. Similarly, to increase the percentage means to be an intense effort-maker. It is by doing this that you will...
31-8-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली – “सवेरे-सवेरे उठ बाप को प्यार से याद करो”
ज्ञान में नवीनता का अर्थ है, समझदार बनकर चलना अर्थात् जो अपने में कमी है उसे खत्म करते जाना। योग के प्रयोग में नवींनता अर्थात् उसकी परसेन्टेज़ को बढ़ाना। ऐसे ही परसेन्टेज बढ़ाने में नवी-नता का अनुभव करना माना तीव्र पुरूषार्थी बनना, इससे ही समीपता का अनुभव करेंगे। -...
30-8-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली – “तुम अब लाइट हाउस बन सबको रास्ता बताते रहो”
यदि कोई क्रोध अग्नि में जलता हुआ आपके सामने आये, तो उसे परवश समझ अपने रहम के शीतल जल द्वारा वरदान दो। इसलिए वरदानी मूर्त बन सहनशीलता की शक्ति का वरदान दो। जब अभी चैतन्य में यह संस्कार भरेंगे तब जड़ चित्रों द्वारा भी वरदानी मूर्त बनेंगे। - ओम्...
29-8-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “You have to show (reveal) the Father through your divine sweet behaviour.”
Be a great donor and donate one or another power, virtues or jewel of knowledge to the souls who come into contact or relationship with you. – Om Shanti....
29-8-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली – “तुम्हें अपनी दैवी मीठी चलन से बाप का शो करना है”
सारे दिन में जो भी आत्मा सम्बन्ध-सम्पर्क में आये उसे महादानी बन कोई न कोई शक्ति का, ज्ञान का, गुणों का दान दो। - ओम् शान्ति।...
28-8-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “To celebrate Holi means to burn weaknesses”
The basis of becoming a great soul is to make a vow of purity in the form of a promise. A vow means to have a thought in your mind and to observe that precaution physically. All of you make a vow of purity and have made your attitude...
28-8-2022 “अव्यक्त-बापदादा” मधुबन प्रात: मुरली – “होली मनाना अर्थात् दृढ़ संकल्प की अग्नि में कमजोरियों को जलाना”
महान आत्मा बनने का आधार है -“पवित्रता के व्रत को प्रतिज्ञा के रूप में धारण करना''I व्रत का अर्थ है मन में संकल्प लेना और स्थूल रीति से परहेज करना। आप सबने पवित्रता का व्रत लिया और वृत्ति श्रेष्ठ बनाई। सर्व आत्माओं के प्रति आत्मा भाई-भाई की वृत्ति बनने...
27-8-2022 ”Avyakt-BapDada” Madhuban Morning Murli: “you know this unlimited play in the form of a drama”
Those who have the treasure of contentment have everything. Those who are content with just a little experience having all attainments, whereas for those who are not content, even though they have everything, it is as though they have nothing. Therefore, be ignorant of limited desires and you will...