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25-11-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

सबसे अच्छी बात है कि बाप से बहुत लॅव होना चाहिए। बाप जो फुरना देते हैं उसको धारण करना और दूसरों को दान देना है। जितना दान देंगे उतना इकट्ठा हो जायेगा। सर्विस ही नहीं करेंगे तो धारणा कैसे होगी। सर्विस में बुद्धि चलनी चाहिए। - ॐ शान्ति।...

24-11-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

सम्पूर्ण वफादार उन्हें कहा जाता है जिनके संकल्प वा स्वप्न में भी सिवाए बाप के और बाप के कर्तव्य वा बाप की महिमा के, बाप के ज्ञान के और कुछ भी दिखाई न दे। पहला वायदा है और संग तोड़ एक संग जोड़ - इस वायदे को निभाना अर्थात्...

22-11-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

एक संकल्प भी फरमान के बिना नहीं करते उन्हें फर्स्ट प्राइज़ प्राप्त होती है। जैसे सीता को लकीर के अन्दर बैठने का फरमान था, ऐसे हर कदम उठाते हुए, हर संकल्प करते हुए बाप के फरमान की लकीर के अन्दर रहो तो सदा सेफ रहेंगे। - ॐ शान्ति। ...

21-11-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

शुभभावना, शुभकामना के बिना हो नहीं सकती। हर आत्मा के प्रति सदैव रहम की कामना रहती कि यह आत्मा भी वर्से की अधिकारी बन जाए। हर आत्मा के प्रति तरस पड़ता है कि यह हमारे ही ईश्वरीय परिवार के हैं, तो इससे वंचित क्यों रहें? - ॐ शान्ति।...

20-11-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

सबसे पावरफुल स्टेज है अपना अनुभव।अनुभवी आत्मा अपने अनुभव की विल-पावर से माया की कोई भी पावर का, सभी बातों का, सर्व समस्याओं का सहज ही सामना कर सकती है और सभी आत्माओं को सन्तुष्ट भी कर सकती है। सामना करने की शक्ति से सर्व को सन्तुष्ट करने की...

19-11-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

जो बच्चे सर्व शक्तियों के सम्पत्तिवान हैं - वही सम्पन्न और सम्पूर्ण स्थिति के समीपता का अनुभव करते हैं। वे तो विश्व की हर आत्मा को कुछ न कुछ दान वा वरदान देने वाले होते हैं। - ॐ शान्ति। ...

18-11-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

जैसे शुरू में नॉलेज की शक्ति कम थी लेकिन त्याग और स्नेह के आधार पर सफलता मिली। साकार स्नेह से ही मन्मनाभव बनें, साकार स्नेह ने ही सहयोगी बनाया। अभी भी त्याग और स्नेह की शक्ति से घेराव डालो तो सफलता मिल जायेगी। - ॐ शान्ति। ...

17-11-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

भगवान आकर राजयोग सिखाए नर से नारायण बनाते हैं। यह राजयोग है, प्रजा योग नहीं। शुभ बोलना चाहिए। बच्चों को बहुत मीठा बनना है। बाबा मीठा है ना। क्रोध आदि सब दान में ले लेते हैं। बाप कहते हैं - मैं प्यार का सागर हूँ, तुम भी बनो। बड़ा...

16-11-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

ऐसी अवस्था बनानी है जो अन्तकाल में एक बाप की याद आये। दूसरा कोई याद न आये, बुद्धि में रहे यह सब विनाश होने वाला है।अपने आप को करेक्ट करना है, इस अन्तिम जन्म में पवित्र जरूर बनना है। डर रखना है कि हमसे कोई पाप कर्म न हो...

15-11-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

सभी पुरुष-स्त्री इन लक्ष्मी-नारायण को नमन करते हैं। परन्तु यह नहीं जानते - यह कौन हैं? कब आये, क्या किया? बाप ने समझाया है यह भारत अविनाशी खण्ड है क्योंकि अविनाशी बाप परमपिता परमात्मा की भी जन्म भूमि है। पतित-पावन, सर्व के सद्गति दाता का जन्म स्थान है तो...