12-10-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
तुम बच्चों का बाप श्रृंगार कर रहे हैं। पढ़ाते भी हैं - बेहद का बाप, ज्ञान का सागर है। हमको सारी सृष्टि के आदि मध्य अन्त का राज़ समझाते हैं। जो बाप को ही नहीं जानते, वह हैं नास्तिक। -ॐ शान्ति - ...
“ज्ञान, योग और दैवी गुणों की धारणा जीवन का आधार है”, “भारत का प्राचीन योग परमात्मा द्वारा सिखाया हुआ है”
यह तो अपने को निश्चय है कि परमपिता परमात्मा द्वारा हमें नॉलेज मिल रही है, इस नॉलेज मे मुख्य तीन प्वाइन्ट हैं जिसके लिये अपने को ध्यान रखना है... पढ़े - ॐ शान्ति -...
“निरंतर ईश्वरीय याद की बैठक”
परमात्मा की याद में बैठने का मतलब क्या है?, ईश्वर नाम रूप से न्यारा है तो फिर किस रूप को याद करें?, हम आत्मायें परमात्मा की अंश हैं?, पाए जवाब - ॐ शान्ति -...
11-10-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
बाप कहते हैं - 5 विकारों का दान दो तो ग्रहण छूट जाए। अब तुमको श्रेष्ठाचारी बन स्वर्ग का सूर्यवंशी राज्य लेना है, तो भ्रष्टाचार को छोड़ना पड़ेगा। 5 विकारों का दान दो। - ॐ शान्ति -...
9-10-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
तुम्हारा प्लैन देखो कैसा है। इस समय सभी का अपना-अपना प्लैन है। बाप का भी प्लैन है। बाप समझाते हैं अब वह सब हैं आसुरी प्लैन। हमारा है ईश्वरीय प्लैन। अब किसका प्लैन विजय को पायेगा? -ॐ शान्ति -...
8-10-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
सर्व का सद्गति दाता राम एक निराकार ही है। वही पतित-पावन, ज्ञान का सागर, शान्ति का सागर है। सारे जगत का गुरू तो एक परमपिता परमात्मा ही हो सकता है। वह निराकार शिवबाबा को याद करो।-ॐ शान्ति -...
7-10-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
वह ज्ञान का सागर आकर ज्ञान सुनाए सबकी सद्गति कर देते हैं। वह है परे ते परे रहने वाला परमपिता परमात्मा। सभी आत्मायें ब्रदर्स को पार्ट मिला हुआ है, आत्मा सब एक बाप के बच्चे हैं। - ॐ शान्ति -...
“मनुष्य जीवन की एम आबजेक्ट क्या है? उसे प्राप्त करने का यथार्थ तरीका”
इस घोर कलियुग में तो दु:ख अशान्ति के सिवाए और कुछ है ही नहीं। हरेक मनुष्य को यह सोचना जरूर है, अपना अच्छा जीवन बनाने के लिये क्या उचित है? ... - ॐ शान्ति -...
6-10-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
यह है अव्यभिचारी ज्ञान। एक ही शिवबाबा से तुम सुनते हो जिसकी पहले तुमने भक्ति की, उस समय कोई और धर्म होते नहीं। उस समय तुम बहुत सुखी रहते हो। देवता धर्म बहुत सुख देने वाला है। नाम लेने से मुख मीठा हो जाता है। तुम एक बाप से...
5-10-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
इस समय ही बाप यह अविनाशी रुद्र ज्ञान यज्ञ रचते हैं, जिसका फिर बाद में गायन चलता है। भक्ति तो सदैव नहीं चलती रहेगी। भक्ति और ज्ञान, भक्ति है रात, ज्ञान है दिन। बाप आकर दिन बनाते हैं, तो बच्चों का भी बाप के साथ कितना लव होना चाहिए।...