12-1-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
बाप के साथ सदा सच्चे रहना है। विकारों का दान देकर फिर भस्मासुर नहीं बनना है। पवित्रता का फरमान जरूर पालन करना है।विकारों के सूक्ष्म नशे को योगबल से समाप्त करना है। पढ़ाई अच्छी रीति पढ़नी और पढ़ानी है। - ॐ शान्ति। ...