20-11-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
सबसे पावरफुल स्टेज है अपना अनुभव।अनुभवी आत्मा अपने अनुभव की विल-पावर से माया की कोई भी पावर का, सभी बातों का, सर्व समस्याओं का सहज ही सामना कर सकती है और सभी आत्माओं को सन्तुष्ट भी कर सकती है। सामना करने की शक्ति से सर्व को सन्तुष्ट करने की...
19-11-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
जो बच्चे सर्व शक्तियों के सम्पत्तिवान हैं - वही सम्पन्न और सम्पूर्ण स्थिति के समीपता का अनुभव करते हैं। वे तो विश्व की हर आत्मा को कुछ न कुछ दान वा वरदान देने वाले होते हैं। - ॐ शान्ति। ...
18-11-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
जैसे शुरू में नॉलेज की शक्ति कम थी लेकिन त्याग और स्नेह के आधार पर सफलता मिली। साकार स्नेह से ही मन्मनाभव बनें, साकार स्नेह ने ही सहयोगी बनाया। अभी भी त्याग और स्नेह की शक्ति से घेराव डालो तो सफलता मिल जायेगी। - ॐ शान्ति। ...
17-11-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
भगवान आकर राजयोग सिखाए नर से नारायण बनाते हैं। यह राजयोग है, प्रजा योग नहीं। शुभ बोलना चाहिए। बच्चों को बहुत मीठा बनना है। बाबा मीठा है ना। क्रोध आदि सब दान में ले लेते हैं। बाप कहते हैं - मैं प्यार का सागर हूँ, तुम भी बनो। बड़ा...
16-11-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
ऐसी अवस्था बनानी है जो अन्तकाल में एक बाप की याद आये। दूसरा कोई याद न आये, बुद्धि में रहे यह सब विनाश होने वाला है।अपने आप को करेक्ट करना है, इस अन्तिम जन्म में पवित्र जरूर बनना है। डर रखना है कि हमसे कोई पाप कर्म न हो...
15-11-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
सभी पुरुष-स्त्री इन लक्ष्मी-नारायण को नमन करते हैं। परन्तु यह नहीं जानते - यह कौन हैं? कब आये, क्या किया? बाप ने समझाया है यह भारत अविनाशी खण्ड है क्योंकि अविनाशी बाप परमपिता परमात्मा की भी जन्म भूमि है। पतित-पावन, सर्व के सद्गति दाता का जन्म स्थान है तो...
14-11-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
पुरुषार्थ का मुख्य आधार कैचिंग पावर है। आप साइलेन्स की शक्ति से अपने आदि दैवी संस्कार कैच करो, इसके लिए सदैव यही स्मृति रहे कि मैं यही था और फिर बन रहा हूँ। जितना उन संस्कारों को कैच करेंगे उतना उसका स्वरूप बनेंगे। - ॐ शान्ति। ...
13-11-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
आज से 5 हजार वर्ष पहले भारत स्वर्ग था, लक्ष्मी-नारायण का राज्य था। अभी तो सारे विश्व पर रावण का राज्य है, यही सबका दुश्मन है, जिसको वर्ष-वर्ष जलाते हैं। फिर भी मरता नहीं है। अभी भारत का बड़ा दुश्मन यह रावण है - ॐ शान्ति। ...
12-11-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
तो यह पूछना चाहिए कि भारत का आदि सनातन देवी-देवता धर्म कब स्थापन हुआ? यह बहुत नाज़ुक बातें हैं। जब यह मालूम पड़े तब हिसाब लगा सकें कि नई दुनिया थी फिर दिन-रात जरूर होते हैं। आधा-आधा जरूर होगा। यह एक ईश्वरीय लॉ है - ॐ शान्ति। ...
11-11-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
हमको शान्ति चाहिए। अब हमको शान्ति यहाँ कहाँ से आ सकती है? कर्म तो करना है ना? शान्ति तो मिलेगी - शान्तिधाम में। अगर घर में एक अशान्त होगा तो भी सारे घर को अशान्त कर देगा। शान्ति मिलती है - स्वीट होम में। - ॐ शान्ति। ...