19-1-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
परमात्म प्यार में सदा लवलीन, खोये हुए रहो तो चेहरे की झलक और फ़लक, अनुभूति की किरणें इतनी शक्तिशाली होंगी जो कोई भी समस्या समीप आना तो दूर लेकिन आंख उठाकर भी नहीं देख सकती। किसी भी प्रकार की मेहनत अनुभव नहीं होगी। -ॐ शान्ति। ...
9-1-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
जैसे ब्रह्मा बाप साधारण तन में होते भी सदा पुरूषोत्तम अनुभव होते थे।कर्म भल साधारण हो लेकिन स्थिति महान हो। चेहरे पर श्रेष्ठ जीवन का प्रभाव हो। हर चलन से बाप का अनुभव हो, ब्रह्मा बाप समान पुरूषोत्तम स्थिति हो - तब कहेंगे बाप समान। – “ॐ शान्ति”।...
11-12-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
जो बच्चे सदा अन्तर की स्थिति में अथवा अन्तर स्वरूप में स्थित रह अन्तर्मुखी रहते हैं, वे कभी किसी बात में लिप्त नहीं हो सकते।अन्तर स्वरूप की स्थिति में रहने से स्वयं का शक्ति। ॐ शान्ति। ...
21-11-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
शुभभावना, शुभकामना के बिना हो नहीं सकती। हर आत्मा के प्रति सदैव रहम की कामना रहती कि यह आत्मा भी वर्से की अधिकारी बन जाए। हर आत्मा के प्रति तरस पड़ता है कि यह हमारे ही ईश्वरीय परिवार के हैं, तो इससे वंचित क्यों रहें? - ॐ शान्ति।...
“आत्मा और परमात्मा में गुणों और ताकत का फर्क”
“निराकार परमात्मा का रिजर्व तन ब्रह्मा तन है'' - ॐ शान्ति - ...
5-10-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
इस समय ही बाप यह अविनाशी रुद्र ज्ञान यज्ञ रचते हैं, जिसका फिर बाद में गायन चलता है। भक्ति तो सदैव नहीं चलती रहेगी। भक्ति और ज्ञान, भक्ति है रात, ज्ञान है दिन। बाप आकर दिन बनाते हैं, तो बच्चों का भी बाप के साथ कितना लव होना चाहिए।...
12-08-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
12-08-2021 प्रात: मुरली ओम् शान्ति ”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – सुख देने वाले बाप को बहुत-बहुत प्यार से याद करो, याद बिगर प्यार नहीं हो सकता” प्रश्नः- बाप बच्चों को रोज़-रोज़ याद का अभ्यास करने का इशारा क्यों देते हैं? उत्तर:- क्योंकि याद से ही आत्मा पावन बनेगी। याद से...