16-1-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
यह परमात्म प्यार ऐसा सुखदाई प्यार है जो इस प्यार में एक सेकण्ड भी खो जाओ तो अनेक दु:ख भूल जायेंगे और सदा के लिए सुख के झूले में झूलने लगेंगे। - ॐ शान्ति। ...
15-1-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
दिव्य गुण सबसे श्रेष्ठ प्रभू प्रसाद है। इस प्रसाद को खूब बांटों, जैसे एक दो में स्नेह की निशानी स्थूल टोली खिलाते हो, ऐसे ये गुणों की टोली खिलाओ। जिस आत्मा को जिस शक्ति की आवश्यकता है उसे अपनी मन्सा अर्थात् शुद्ध वृत्ति, वायब्रेशन द्वारा शक्तियों का दान दो...
14-1-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
जो प्यारा होता है, उसे याद किया नहीं जाता, उसकी याद स्वत: आती है। सिर्फ प्यार दिल का हो, सच्चा और नि:स्वार्थ हो। जब कहते हो मेरा बाबा, प्यारा बाबा - तो प्यारे को कभी भूल नहीं सकते। और नि:स्वार्थ प्यार सिवाए बाप के किसी आत्मा से मिल नहीं...
13-1-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
जो बच्चे इतना अटेन्शन रखकर हर कर्म करते हैं उनका बोलना, चलना, उठना, बैठना सब ब्रह्मा बाप के समान होगा। हर कर्म वरदान योग्य होगा, मुख से सदैव वरदान निकलते रहेंगे। फिर साधारण कर्म में भी विशेषता दिखाई देगी। तो यह सर्टीफिकेट लो तब कहेंगे बाप समान।- ॐ शान्ति।...
12-1-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
बाप के साथ सदा सच्चे रहना है। विकारों का दान देकर फिर भस्मासुर नहीं बनना है। पवित्रता का फरमान जरूर पालन करना है।विकारों के सूक्ष्म नशे को योगबल से समाप्त करना है। पढ़ाई अच्छी रीति पढ़नी और पढ़ानी है। - ॐ शान्ति। ...
11-1-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
जितना बेहद की प्राप्तियों में मगन रहेंगे उतना हद की आकर्षण से परे रह परमात्म प्यार में समाने का अनुभव करेंगे। आपकी यह लवलीन स्थिति वातावरण में रूहानियत की खुशबू फैलायेगी। - ॐ शान्ति। ...
10-1-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
यदि कहते हो कि ब्रह्मा बाप से हमारा बहुत प्यार है तो प्यार की निशानी है जिससे बाप का प्यार रहा उससे प्यार हो। जो भी कर्म करो, कर्म के पहले, बोल के पहले, संकल्प के पहले चेक करो कि यह ब्रह्मा बाप को प्रिय है?तो प्यार का प्रैक्टिकल...
8-1-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
ब्रह्मा बाप के बोल, चाल, चेहरे और चलन में जो रायॅल्टी देखी - उसमें फालो करो। जैसे ब्रह्मा बाप ने कभी छोटी-छोटी बातों में अपनी बुद्धि वा समय नहीं दिया। उनकी वृत्ति हर आत्मा प्रति सदा शुभ भावना, शुभ कामना वाली रही, दृष्टि से सबको फरिश्ते रूप में देखा।...
7-1-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
ज्ञानी-योगी आत्मा तो बने हो अभी ज्ञान, योग की शक्ति को प्रयोग में लाने वाले प्रयोगी आत्मा बनो। जैसे साइन्स के साधनों का प्रयोग लाइट द्वारा होता है। ऐसे साइलेन्स की शक्ति का आधार भी लाइट है। अगर स्थिति और स्वरूप डबल लाइट है तो प्रयोग की सफलता सहज...
6-1-2022 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली
“सदा स्मृति में रखो कि हम बाप के नयनों के सितारे हैं, नयनों में सितारा अर्थात् बिन्दू ही समा सकता है।बिन्दू बन हर कर्म करो तो लाइट रहेंगे।मेरा के बजाए तेरा कहो तो डबल लाइट बन जायेंगे। स्व उन्नति वा विश्व सेवा के कार्य का भी बोझ अनुभव नहीं...