17-11-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

भगवान आकर राजयोग सिखाए नर से नारायण बनाते हैं। यह राजयोग है, प्रजा योग नहीं। शुभ बोलना चाहिए। बच्चों को बहुत मीठा बनना है। बाबा मीठा है ना। क्रोध आदि सब दान में ले लेते हैं। बाप कहते हैं - मैं प्यार का सागर हूँ, तुम भी बनो। बड़ा...

16-11-2021- ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli

Create such a stage that, at the end, you only remember the one Father and no one else. It should remain in your intellect that all of this is to be destroyed. Correct yourself. Definitely become pure in this last birth. You should have the concern not to commit...

16-11-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

ऐसी अवस्था बनानी है जो अन्तकाल में एक बाप की याद आये। दूसरा कोई याद न आये, बुद्धि में रहे यह सब विनाश होने वाला है।अपने आप को करेक्ट करना है, इस अन्तिम जन्म में पवित्र जरूर बनना है। डर रखना है कि हमसे कोई पाप कर्म न हो...

15-11-2021- ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli

All men and women bow down to the Lakshmi and Narayan idols, but they don’t know who they were, when they came or what they did. Baba has explained that Bharat is an imperishable land because it is also the birthplace of the eternal Supreme Father, the Supreme Soul....

15-11-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

सभी पुरुष-स्त्री इन लक्ष्मी-नारायण को नमन करते हैं। परन्तु यह नहीं जानते - यह कौन हैं? कब आये, क्या किया? बाप ने समझाया है यह भारत अविनाशी खण्ड है क्योंकि अविनाशी बाप परमपिता परमात्मा की भी जन्म भूमि है। पतित-पावन, सर्व के सद्गति दाता का जन्म स्थान है तो...

14-11-2021- ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli

The main basis of making effort is catching power. You use your silence power to catch your original divine sanskars. For this, constantly have the awareness: I was that and I am becoming that. The more you catch those sanskars, the more you will become that form. - Om...

14-11-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

पुरुषार्थ का मुख्य आधार कैचिंग पावर है। आप साइलेन्स की शक्ति से अपने आदि दैवी संस्कार कैच करो, इसके लिए सदैव यही स्मृति रहे कि मैं यही था और फिर बन रहा हूँ। जितना उन संस्कारों को कैच करेंगे उतना उसका स्वरूप बनेंगे। - ॐ शान्ति। ...

13-11-2021- ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli

Five thousand years before today, Bharat was heaven and it was the kingdom of Lakshmi and Narayan. Now there is the kingdom of Ravan over the whole world. He is everyone’s enemy. He is burnt every year and yet he doesn’t die. Bharat’s biggest enemy now is Ravan. -...

13-11-2021 -”अव्यक्त-बापदादा” मधुबन मुरली

आज से 5 हजार वर्ष पहले भारत स्वर्ग था, लक्ष्मी-नारायण का राज्य था। अभी तो सारे विश्व पर रावण का राज्य है, यही सबका दुश्मन है, जिसको वर्ष-वर्ष जलाते हैं। फिर भी मरता नहीं है। अभी भारत का बड़ा दुश्मन यह रावण है - ॐ शान्ति। ...

12-11-2021- ”Avyakt-BapDada” Madhuban Murli

You should ask: When was the original eternal deity religion of Bharat established? These are very delicate matters. Only when they know these things are they able to understand how a new world comes about. There is definitely day and night; it would definitely be half and half. This...